प्रत्येक वर्ष इंदौर के राजवाड़ा के समीप बजरबट्टू सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. आयोजन समिति स्वरूप की पहचान पर हर साल इनाम भी देती है.

नहीं, पहचान पाए. कोई बात नहीं. हम बता देते हैं. चाचा चौधरी बने यह शख्स हैं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश के बड़े नेताओं में शुमार कैलाश विजयवर्गीय. दरअसल, प्रत्येक वर्ष इंदौर के राजवाड़ा के समीप बजरबट्टू सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. इस सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय हमेशा से अलग-अलग स्वरूपों में दिखाई देते हैं. इस वर्ष के सम्मेलन में कैलाश विजयवर्गीय चाचा चौधरी के रूप में जनता को दिखाई दिए. वहीं पूर्व विधायक जीतू जिराती उनके साथी साबू के रूप में सभी को दिखाई दिए. यह आयोजन शनिवार को आयोजित हुआ.

अब इस सम्मेलन की एक और खास बात आपको बताते हैं. इस बजरबट्टू सम्मेलन से पहले यदि कोई भी कैलाश विजयवर्गीय के स्वरूप की जानकारी देता तो उसे 1 लाख रुपये का आयोजन समिति द्वारा इनाम भी दिया जाना था. हर साल होने वाले बजरबट्टू सम्मेलन में कैलाश विजयवर्गीय अलग-अलग रूप में नजर आते हैं और हर साल यह किसी को भी पता नहीं होता कि इस बार कैलाश विजयवर्गीय किस रूप में नजर आएंगे.

चाचा चौधरी बने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि इस वर्ष वह कार्टून कैरेक्टर चाचा चौधरी की वेशभूषा में इसलिए आए, क्योंकि चाचा चौधरी का किरदार ग्रामीण किसान और अनुभवी व्यक्ति का है. उनके पास अनुभव की पूंजी है. चाचा चौधरी को कॉमिक्स में सुपर कंप्यूटर कहा जाता है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आज वो जो चाचा चौधरी के स्वरूप का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वह ग्रामीण क्षेत्र के उस बुजुर्ग का चरित्र है, जिसके पास सभी तरह का अनुभव है. कार्टून कैरेक्टर चाचा चौधरी के सबसे नजदीकी साथी साबू के किरदार में पूर्व विधायक जीतू जिराती थे. साबू को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि लोग गांव का आदमी समझकर कई बार आलोचना करते हैं. मगर गांवों में आज भी कई टैलेंट जीवित हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *