राज्य में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 225 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा था, जिनमें से तीन बाद में चुनाव मैदान से हट गए थे. उन्होंने बताया कि जिन 200 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए उनमें चार महिलाएं हैं.

निर्वाचन आयोग ने नगालैंड विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन पत्रों की जांच के बाद 222 आवेदनों में 22 को अवैध पाया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राज्य में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 225 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा था, जिनमें से तीन बाद में चुनाव मैदान से हट गए थे. उन्होंने बताया कि जिन 200 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए उनमें चार महिलाएं हैं.

सत्तारूढ़ नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ), कांग्रेस, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), जनता दल यूनाईटेड, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) राइजिंग पीपुल्स पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी समेत 13 दलों ने अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं. बीस से अधिक निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तारीख शुक्रवार है। मतों की गिनती दो मार्च को होगी.

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