आर्थिक तंगहाली की वजह से पाकिस्तान पहले ही बुरे दौर से गुजर रहा है. ऐसे में गेहूं की भारी कमी ने लोगों की मुसीबतें और बढ़ा दी है.

इस्लामाबाद: 

भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इस वक्त गेहूं की भयंकर किल्लत बताई जा रही है. नेशनल असेंबली के सदस्य और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान मंत्री तारिक बशीर चीमा ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने संसद के ऊपरी सदन में प्रश्नकाल के दौरान एक बयान में कहा कि पाकिस्तान वर्तमान में देश में 2.37 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं की कमी का सामना कर रहा है. द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार उच्च सदन में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि चालू वर्ष के घाटे की गणना कैरी-फॉरवर्ड स्टॉक और कुल मौजूदा स्टॉक स्थिति के पुन: सत्यापन के बाद की गई थी.

उन्होंने कहा कि इस साल देश में कुल गेहूं 28.42 मिलियन टन ही रहा, वहीं गेहूं का उत्पादन 26.389 मिलियन टन रहा और कैरी फॉरवर्ड स्टॉक 2.031 मिलियन टन था. इसी तरह, देश की आवश्यकताएं 30.79 एमएमटी थीं, जिसके परिणामस्वरूप 2.37 एमएमटी गेहूं की साफ कमी हुई. वर्तमान में, पाकिस्तान देश के कुछ हिस्सों में खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में कई क्षेत्रों से गेहूं की कमी और भगदड़ की खबरें आई.

इससे मालूम हो रहा है कि पाकिस्तान इस समय अनाज के संकट का सामना कर रहा है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नकदी की तंगी वाले इस देश में रोजाना हजारों लोग सस्ते आटे की थैलियां लेने में घंटों बिताते हैं, जिनकी बाजार में आपूर्ति पहले से ही कम है. इस दौरान अराजक दृश्य भी देखने को मिल रहे हैं. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि पाकिस्तान में जारी संकट के बीच गेहूं और आटे की कीमतें आसमान छू रही हैं.

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