नोएडा सेंट्रल एडिशनल डीसीपी ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड का नाम नीरज कुमार है उसके खिलाफ दिल्ली, नोएडा सहित अन्य जगहों पर ठगी के करीब छह मामले दर्ज और अपने गिरोह के दो लोगों की हत्या कर चुका है.
नोएडा:
नोएडा के थाना 63 पुलिस को उस समय एक बड़ी सफलता हासिल हुई, जब उसने एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर सैकड़ों छात्रों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड समेत 3 ठगों गिरफ्तार किया. इन तीनों के खिलाफ 25 हजार का इनाम घोषित था. पुलिस की गिरफ्त में खड़े नीरज कुमार सिंह उर्फ अजय अरुण, अभिषेक आनन्द उर्फ सुनील और मोहम्मद जुबेर उर्फ रिजोल हक को सेक्टर-62 गोल चक्कर से गिरफ्तार किया. इस गिरोह ने सेक्टर 63 में करियर जंक्शन नाम से कॉल सेंटर खोल ठगी की वारदात को अंजाम दिया था.
एडिशनल डीसीपी नोएडा सेंट्रल विशाल पांडे ने बताया कि पुलिस ने 31 दिसम्बर को इस गिरोह के तसकीर, रितिक सिंह उर्फ लवली कौर और वैशाली पॉल को गिरफ्तार किया था. लेकिन मास्टरमाइंड नीरज कुमार सिंह उर्फ अजय अरुण अपने साथियों अभिषेक आनंद उर्फ सुनील और मोहम्मद जुबेर उर्फ रिजोल हक के साथ फरार होने में सफल हो गया था. नोएडा सेंट्रल एडिशनल डीसीपी ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड का नाम नीरज कुमार है उसके खिलाफ दिल्ली, नोएडा सहित अन्य जगहों पर ठगी के करीब छह मामले दर्ज और अपने गिरोह के दो लोगों की हत्या कर चुका है.
आरोपी ने वर्ष 2019 में ठगी के पैसे के बंटवारे को लेकर हुए विवाद में अपने साथी संजीव रावत नामक युवक की एक्सप्रेसवे पर हत्या कर दी थी. इसके अलावा जानी पुर के रोशन की हत्या का भी नीरज सिंह पर आरोप है. रोशन से भी उसका पैसों के बंटवारे को लेकर झगड़ा हुआ था. पुलिस उसे पहले भी नोएडा से गिरफ्तार भी किया था. नोएडा की लुक्सर जेल से 17 जून 2022 को जेल से बाहर आने के बाद नीरज सिंह ने नोएडा को ठगी का अड्डा बनाया.
इसके साथ ही वह नोएडा में अजय अरुण के नाम से ठगी कर रहा था. उसके अन्य पुराने साथी भी यहां पर इसी ठगी के धंधे में शामिल थे. पुलिस ने आरोपियों से 19 लाख रुपये, छह सोने की चेन, छह अंगूठी, तीन चांदी की अंगूठी, बाली, चांदी का ब्रेसलेट, छह मोबाइल, 14 कीपैड मोबाइल, तीन डायरी करियर जंक्शन, पैन कार्ड, 4 डेबिट कार्ड और एक आधार कार्ड बरामद किया है.