राज्य शासन की प्राथमिकता के कार्यों में शामिल जल संरक्षण, शुद्ध जल की उपलब्धता और नदियों के शुद्धिकरण संबंधी कार्यों के क्रियान्वयन की कार्ययोजना तैयार करने के लिए आज मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने सचिव स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में श्री जैन ने नगरीय प्रशासन विकास विभाग, पर्यावरण संरक्षण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि खारून नदी के शुद्धिकरण के लिए विभागीय अमले के द्वारा एक अभियान चलाया जाए जिसमें खारून नदी के उद्गम स्थल से संगम स्थल तक का निरीक्षण कर गंदगी वाले स्थलों को चिन्हांकित किया जाएगा और उसका सफाई की जाएगी। इसके लिए स्थानीय जन समुदाय को भी प्रेरित किया जाएगा।

मुख्य सचिव श्री जैन ने जल प्रदूषित क्षेत्रों में हैवी मेटल परीक्षण करने के लिए आवश्यक संसाधनों की जानकारी प्रस्तुत करने कहा है। पानी के बेहतर प्रबंधन और उपयोग के लिए जल जीवन मिशन के तहत मार्गदर्शिका बनाने के निर्देश भी मुख्य सचिव ने दिए है। इसके साथ ही पानी के किफायती उपयोग प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जन-जागरूकता अभियान संचालित करने भी कहा गया है। भू-जल संरक्षण के लिए प्रदेश में बहने वाली बड़ी नदियों के रेतीले भाग में डाईकवाल बनाकर भू-जल स्तर बढ़ाने की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए है। प्रदेश में संचालित हो रहे नल-जल योजनाओं के तहत प्रत्येक परिवार को समुचित शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने कार्ययोजना बनाने कहा गया है।

श्री जैन ने नरवा विकास कार्यक्रम की जिलेवार जानकारी ली और चिन्हित बारहमासी नदी-नालों के लिए कार्ययोजना प्रस्तुत करने कहा है। गौठानों को बहुउद्ेशीय केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए पंचायतों को नियमित रूप से दिशा निर्देश दिए जाने की बात भी मुख्य सचिव ने कही है। बैठक में अपर मुख्य सचिव जल संसाधन श्री सुब्रत साहू, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती रेणु जी पिल्ले, सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्री प्रसन्ना आर. सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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