पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “ब्रासीलिया में सरकारी संस्थानों के खिलाफ दंगे और तोड़-फोड़ की खबरों से बेहद चिंतित हूं. लोकतांत्रिक परंपराओं का सभी को सम्मान करना चाहिए. हम ब्राजील के अधिकारियों को अपना पूरा समर्थन देते हैं.”
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के सैकड़ों समर्थकों ने रविवार को पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर कांग्रेस, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में धावा बोल दिया. अब पीएम मोदी ने भी इस हमले की निंदा की है. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “ब्रासीलिया में सरकारी संस्थानों के खिलाफ दंगे और तोड़-फोड़ की खबरों से बेहद चिंतित हूं. लोकतांत्रिक परंपराओं का सभी को सम्मान करना चाहिए. हम ब्राजील के अधिकारियों को अपना पूरा समर्थन देते हैं.”
प्रधानमंत्री मोदी की यह प्रतिक्रिया ब्राजील के धुर-दक्षिणपंथी पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के सैकड़ों समर्थकों द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस, राष्ट्रपति भवन और सर्वोच्च न्यायालय में धावा बोलने के कुछ ही घंटों बाद आई हैं. राष्ट्रपति लूला ने दंगों की “फासीवादी” हमले के रूप में निंदा की है. हालां पूर्व ब्राजीली राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने हिंसा में किसी भी तरह की अपनी भूमिका से इनकार किया है और इस “गोलीबारी और आक्रमण” की निंदा की है.
इस घटना ने अमेरिका की कैपिटल हिंसा की यादें ताजा कर दी. राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला, जो अरराक्वारा के दक्षिणपूर्वी शहर में गंभीर बाढ़ से प्रभावित एक क्षेत्र का दौरा कर रहे थे. उन्होंने ब्रासीलिया में एक संघीय हस्तक्षेप की घोषणा करते हुए एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए, ताकि उनकी सरकार राजधानी में कानून और व्यवस्था बहाल करने के लिए विशेष अधिकार मिले. उन्होंने कहा, “इन फासीवादी कट्टरपंथियों ने कुछ ऐसा किया है जो इस देश के इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया है.”