आरोपी शख्स के पास से दिल्ली पुलिस की कैप, पुलिस का विजिटिंग कार्ड, दिल्ली पुलिस की पुरानी फाइल और कुछ दस्तावेज, कार से डंडा बरामद हुए हैं. सेक्स वर्कर्स ने बताया यह शख्स यहां पहले भी आया था और अपना पुलसिया रुआब दिखाने के लिए डंडा भी मारकर पैसा वसूल करके ले जाता था.New Delhi:
नई दिल्ली. कमला मार्किट पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली के रेड लाइट एरिया जीबी रोड की सेक्स वर्कर्स से पुलिस वाला बनकर पैसा वसूलता था. इसने अपना यह गोरखधंधा कई दिनों से चला रखा था, इसका नाम सुमित शर्मा है, 1 जनवरी को कोठा नंबर 50 जीबी रोड से हवलदार सीता राम को सेक्स वर्कर ने फोन कर बतया कि दिल्ली पुलिस वाला उनसे पैसे की वसूली कर रहा है.
अपराध की सूचना मिलने पर हवलदार सीता राम मौके पर पहुंचे और दिल्ली पुलिस लोगो के साथ मंकी कैप पहने एक शख्स मिला. हवलदार सीता राम ने उसे अपना आई कार्ड दिखाने के लिए कहा, उसने बताया कि आईकार्ड उनकी कार में है. उसने हवलदार सीता राम की नेम प्लेट पढ़कर, जिसमें एस आर पोशवाल नाम लिखा था उसका नाम लेकर बोला कि उसकी और सीताराम की शाहदरा जिले में एक साथ पोस्टिंग थी.
इस तरह आरोपी उस रात सीताराम को चकमा देने में सफल रहा और जीबी रोड के पीछे संकरी गलियों में फरार हो गया. इसके बाद इस नकली पुलिस वाले ने मोबाइल नंबर से दो फर्जी पीसीआर कॉल की, जिसमें उल्टा सीता राम के खिलाफ पैसे मांगने का आरोप लगाया. कमला मार्किट थाना इंचार्ज सुरेन्द्र दलाल ने कोठे और सड़क के सीसीटीवी फुटेज की जांच के लिए अपने स्टाफ को लगा दिया. सीसीटीवी फुटेज में यह दिल्ली पुलिस की विंटर कैप पहने हुए दिखाई दिया और उसकी कार नजर आ गई.
आखिरकार कार के नंबर के आधार पर सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन की मदद से गाजियाबाद से इस शख्स शक्श को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके पास से दिल्ली पुलिस का एक विजिटिंग कार्ड भी बरामद हुआ है. इसका नाम सुमित शर्मा है और यह नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के बाबरपुर की कृष्णा गली का रहने वाला है. इसने पुलिस को जांच के दौरान बताया कि ये बैंक में मैनेजर है और इसके पिता दिल्ली पुलिस में रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर थे.
आरोपी शख्स के पास से दिल्ली पुलिस की कैप, पुलिस का विजिटिंग कार्ड, दिल्ली पुलिस की पुरानी फाइल और कुछ दस्तावेज, कार से डंडा बरामद हुए हैं. सेक्स वर्कर्स ने बताया यह शख्स यहां पहले भी आया था और अपना पुलसिया रुआब दिखाने के लिए डंडा भी मारकर पैसा वसूल करके ले जाता था.