विश्व दिव्यांग दिवस पर आज बीआरसी कार्यालय खरसिया में विश्व दिव्यांग दिवस का आयोजन किया गया। विकासखंड खरसिया के विभिन्न शालाओं में अध्ययनरत दिव्यांग छात्र छात्राओं ने कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर भाग लिए। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के खेलकूद एवं स्पर्धा का आयोजन विकासखंड स्रोत केंद्र खरसिया में किया गया। बच्चों ने लंबी कूद, जलेबी दौड़, मटकी फोड़, कुर्सी दौड़, रंगोली प्रतियोगिता, गुलदस्ता बनाना, मेहंदी प्रतियोगिता में भाग लिए। इस प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित करने से दिव्यांग छात्र काफी उत्साहित नजर आए। कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिता में विजयी एवं सम्मिलित सभी दिव्यांग छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर विकासखंड स्रोत समन्वयक श्री प्रदीप साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि आमतौर पर दिव्यांगों को लेकर लोग दया या हीन भाव रखते हैं लोगों को लगता है कि यदि कोई व्यक्ति दिव्यांग है तो इसका मतलब है कि वह निश्चित तौर पर दूसरों पर बोझ बना रहेगा, जो सही नहीं है, थोड़े से प्रयास से दिव्यांग व्यक्ति भी सामान्य जीवन जी सकते हैं। लोगों में इसी सोच को लेकर जागरूकता फैलाने, दुनिया भर में दिव्यांगजनों के अक्षमता से जुड़े मुद्दों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने तथा उनके उचित आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए प्रयास करने के उद्देश्य से हर साल 3 दिसंबर को दुनिया भर में विश्व विकलांग दिवस या विश्व दिव्यांग दिवस मनाया जाता है।विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री एलएन पटेल के द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर सभी छात्र छात्राओं का उत्साहवर्धन किया गया एवं उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि इरादे मजबूत हो तो शारीरिक अक्षमता को भी हार मानना पड़ता है, आज ऐसे लोग भी है जो अपनी दिव्यांगता को कमजोरी न मान, जिंदगी में आगे बढ़ कुछ करने की कोशिश करते है और इस कोशिश में शासन की योजनाएं भी दिव्यांग जनों की सपनों में उड़ान भरने का कार्य कर रही है। आज शासन की विभिन्न योजनाएं है, जिसके माध्यम से नि:शक्त लोगों को एक सामान्य जिंदगी जीने में सहायता के लिए सहायक उपकरण से लेकर अपने आप को आर्थिक रुप से सशक्त बनने की चाह रखने वालों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। जिससे दिव्यांगजन आज समाज में समान और सम्मान के साथ जीवन यापन कर रहे है।