Mann ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 95वें संस्करण को संबोधित किया।
PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रविवार (27 नवंबर, 2022) को सुबह 11 बजे अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 95वें संस्करण को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि हम मन की बात के 100वें एपिसोड की ओर बढ़ रहे हैं। भारत के लोगों से जुड़ना मेरे लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।
मन की बात (Mann Ki Baat) के 95वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि देश भर के लोगों ने मुझे लिखा है कि वे कितने गौरवान्वित हैं कि भारत को G20 की अध्यक्षता मिली है। अमृत काल के तहत भारत को यह जिम्मेदारी मिली है। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले ही मुझे तेलंगाना से हरिप्रसाद गारू ने हाथ से G-20 के लोगो बुनकर भेजा है। ये शानदार उपहार देखकर मैं हैरान रह गया। मेरे मन में विचार आया कि तेलंगाना में बैठा व्यक्ति में G-20 सम्मेलन से खुद को कितना जुड़ा हुआ महसूस करता है।”
G20 की अध्यक्षता हमारे लिए एक अवसर: पीएम मोदी ने कहा, “G20 की अध्यक्षता हमारे लिए एक अवसर है। हमें वैश्विक भलाई पर ध्यान देना है, शांति हो, एकता हो या सतत विकास, इन चीजों से जुड़ी चुनौतियों का समाधान भारत के पास है। हमने ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ की थीम दी है, उससे वसुधैव कुटुम्बकम के लिए हमारी प्रतिबद्धता जाहिर होती है।”
अंतरिक्ष क्षेत्र (Space Sector) में भारत की बढ़ती उपलब्धियां: मन की बात में प्रधानमंत्री ने कहा, “18 नवंबर को भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में एक उपलब्धि हासिल की जब एक रॉकेट ‘विक्रम S’ को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया। इसे निजी क्षेत्र द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया था और इसमें कई नई विशेषताएं हैं।” PM मोदी ने कहा कि भारत स्पेस के सेक्टर में अपनी सफलता अपने पड़ोसी देशों से भी साझा कर रहा है। कल ही भारत ने एक सैटेलाइट लॉन्च की, जिसे भारत और भूटान ने मिलकर विकसित किया है। इस सैटेलाइट की लॉन्चिंग भारत-भूटान के मज़बूत संबंधों का प्रतिबिंब है।
60 प्रतिशत बढ़ा इलेक्ट्रिकल म्यूज़िकल इन्स्ट्रुमेंट का निर्यात: PM मोदी ने मन की बात में कहा कि ड्रोन के क्षेत्र में भी भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले हमने देखा कि कैसे हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ड्रोन के जरिए सेब ट्रांसपोर्ट किए गए। बीते आठ वर्षों में भारत से संगीत वाद्य यंत्रों का निर्यात साढ़े तीन गुना बढ़ गया है जबकि Electrical Musical Instruments का निर्यात 60 प्रतिशत बढ़ा है। इससे पता चलता है कि भारतीय संस्कृति और संगीत की लोकप्रियता दुनिया में बढ़ रही है।