Second Hand Bike खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो उससे पहले यहां जान लीजिए उन जरूरी बातों के बारे में जो सेकेंड हैंड बाइक खरीदने के बाद आपको नुकसान से बचा सकती हैं।
Second Hand Bike Buying Guide में हम उन बातों को बताते हैं जो सेकेंड हैंड व्हीकल खरीदने के लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं। अगर आप एक सेकेंड हैंड बाइक खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो यहां जान लीजिए उन जरूरी बातों को जिन्हे ध्यान में रखते हुए पुरानी बाइक खरीदने पर आपको नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।
बजट- किसी भी सेकेंड हैंड बाइक को खरीदने से पहले आप अपने बजट को फाइनल कर लें ताकि आपको मार्केट में अलग अलग दुकानों पर जाकर चक्कर न लगाने पड़ें। बजट फाइनल होने पर आप अपने बजट अंदर मिलने वाले विकल्पों पर ज्यादा फोकस कर सकेंगे।
जरूरत- बजट के बाद दूसरी सबसे जरूरी बात है जरूरत क्योंकि मार्केट में हर सेगमेंट की बाइक मौजूद हैं। अगर आप नौकरी पर जाते हैं कॉलेज जाते हैं तो आपको ज्यादा माइलेज वाली कॉम्यूटर बाइक लेनी चाहिए ताकि आपको कम से कम खर्च में ज्यादा माइलेज मिल सके।
ब्रांड- किसी भी सेकेंड हैंड बाइक को खरीदते वक्त उस ब्रांड को प्राथमिकता दें जिससे रीसेल वेल्यू ठीक हो। यानी की अगर आप एक सेकेंड हैंड बाइक खरीदते हैं और उसे एक साल चलाने के बाद बेचने का मन बनाते हैं तो उस कंडीशन में बाइक बेचने पर आपको सही कीमत मिल सके।
कंडीशन- जिस तरह हर चमकती हुई चीज सोना नहीं होती उसी तरह हर चमकती हुई बाइक ठीक नहीं होती। ज्यादातर डीलर सेकंड हैंड बाइक को चमका कर रखते हैं जिससे ग्राहक झांसे में आ जाते हैं और बाइक खरीद लेते हैं लेकिन उस चमकती हुई बाइक में कुछ ही दिनों में परेशानी आने लगती है जिसमें पैसा लगाना पड़ता है। इसलिए किसी भी बाइक को खरीदने से पहले उसकी कंडीशन, इंजन और पार्ट्स की जांच अच्छी तरह कर लें वरना आपको बाद में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
सर्टिफाइड सेकेंड हैंड बाइक- आजकल बहुत सी ऑनलाइन वेबसाइट हैं जो सेकेंड हैंड खरीदने पर न सिर्फ वारंटी देती हैं बल्कि बाइक का इंश्योरेंस, पॉल्यूशन और दूसरे जरूरी डॉक्यूमेंट भी कंप्लीट करके देती हैं जो आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। क्योंकि सेकेंड हैंड बाइक को खरीदने के बाद उसके पेपर ट्रांसफर करवाना बेहद लंबी और खर्चीली प्रक्रिया है।