India-China border dispute : सुब्रमण्यम स्वामी का यह ताजा बयान भारत की यूक्रेन-रूस युद्ध पर चिंता व्यक्त करने संदर्भ में आया है।
India-China border dispute: भारत-चीन सीमा विवाद (India-China border dispute) को लेकर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने एक बार फिर बयान दिया है। सुब्रमण्यम स्वामी ( (Subramanian Swamy) ने एक ट्वीट कर भारत द्वारा की गयी यूक्रेन-रूस युद्ध की चिंता का हवाला देते हुए लिखा कि इसे हर मुद्दे के समाधान का सिद्धांत नहीं बनाया जा सकता है। उन्होने लिखा कि 1996 में हुए समझौते के बाद भी चीन ने 2020 में एलओसी पार की थी और लद्दाख क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था यह आक्रामकता है और युद्ध ही इसका समाधान है।
बाली में प्रधानमंत्री मोदी ने दी थी रूस के राष्ट्रपति को सलाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 देशों की बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सलाह दी थी कि आज का दौर युद्ध का नहीं है। जी-20 देश रूस के यूक्रेन पर हमले के बयान को लेकर चर्चा कर रहे थे और पश्चिमी देशों और रूसी खेमे के बीच सहमति नहीं बन पा रही थी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि युद्ध समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। रूस-यूक्रेन समस्या पर भारत का शुरू से यही रुख रहा है। इसे आधार बनाते हुए स्वामी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
भारत-चीन सीमा मुद्दे पर लगातार बयान देते रहे हैं सुब्रमण्यम स्वामी
सुब्रमण्यम स्वामी ने पहली बार इस मुद्दे पर बात नहीं की है। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी लगातार सख्त बयान देते रहे हैं। वह भाजपा के वरिष्ठ नेता है लेकिन इस मुद्दे पर उन्होने कई बार अपनी ही पार्टी समेत प्रधानमंत्री मोदी पर भी सख्त बातें कही हैं। 1996 में हुए समझौते के बाद भी चीन ने 2020 में एलओसी रेखा पार की थी। इसपर उन्होने कहा था कि भारत को शांत नहीं रहना चाहिए बल्कि हमें युद्ध के जरिए इस समस्या का समाधान देखना चाहिए।