बंसल ने अपनी शिकायत में कहा, “एक छात्र ने अपने गुप्तांग को मेरे मुंह में डालने का भी प्रयास किया।” छात्र ने अपनी शिकायत में आगे कहा, “उन्होंने मेरे कपड़े फाड़ने की कोशिश की, मुझे नंगा कर दिया।”
हैदराबाद के एक कॉलेज के हॉस्टल (छात्रावास) में छात्र की पिटाई का मामला सामने आया है। छात्र को 1 नवंबर को उसके हॉस्टल के साथियों ने पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए पीटा था। छात्र की पहचान हिमांक बंसल के रूप में हुई है। वह हैदराबाद में IFHE में कानून की पढ़ाई कर रहा है और अभी अंडर ग्रेजुएशन में है।
शनिवार को इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। वीडियो में हैदराबाद के ICFAI फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन (IFHE) के एक छात्र, हिमांक बंसल को संस्थान के अन्य छात्रों द्वारा पीटा जा रहा है और ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे लगाने को मजबूर किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में, छात्रों के एक समूह को एक छात्रावास के कमरे के अंदर बंसल को पीटते और धमकाते हुए देखा जा सकता है।
पुलिस के अनुसार, छात्रा ने 11 नवंबर को एक शिकायत दर्ज कराई थी। उसने अपनी शिकायत में कहा था, “1 नवंबर को कॉलेज कैंपस के अंदर मेरे छात्रावास के कमरे में मेरा शारीरिक और यौन उत्पीड़न किया गया। 15 से 20 लोगों ने मेरे साथ मारपीट की।” शिकायत में आगे कहा गया है कि अन्य छात्रों ने उसके साथ कथित तौर पर मारपीट की और दुर्व्यवहार किया।
छात्र ने कहा कि उन्होंने उसके चेहरे पर मुक्का मारा, उसे थप्पड़ मारा, पेट में लात मारी, उसके जननांगों को छुआ और कुछ केमिकल और पाउडर को जबरन खिलाया। बंसल ने अपनी शिकायत में कहा, “एक छात्र ने अपने गुप्तांग को मेरे मुंह में डालने का भी प्रयास किया।” छात्र ने अपनी शिकायत में आगे कहा, “उन्होंने मेरे कपड़े फाड़ने की कोशिश की, मुझे नंगा कर दिया और एक के बाद एक मुझे पीटते रहे। वे चिल्लाते रहे, ‘उसे तब तक मारो जब तक वह मर न जाए’।”
कथित हमले के वीडियो और तस्वीरें कॉलेज के छात्रों के बीच जमकर शेयर की गईं। अपनी शिकायत में, छात्र ने आगे आरोप लगाया कि उसके पूरे चेहरे पर चोट के निशान थे और उसकी आंखें और नाक सूज गए थे। पुलिस के मुताबिक, छात्रों ने उसे धमकी भी दी थी। इससे पहले, पीड़ित ने आईएफएचई अधिकारियों को पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ शारीरिक हमले और जान से मारने की धमकी की औपचारिक शिकायत दर्ज करने की मांग की थी।
उसके पत्र के अनुसार, पीड़ित छात्र ने एक दोस्त के साथ बातचीत के दौरान पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। अन्य छात्रों को इसके बारे में तब पता चला जब उसने अपनी चैट सार्वजनिक की। पुलिस ने तेलंगाना प्रोहिबिशन ऑफ रैगिंग एक्ट की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।