मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में स्थापित नवीन सिकल सेल प्रबंधन केंद्रों का उद्घाटन किया. सिकलसेल की समस्या का प्रभावी रूप से मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त मेडिकल कॉलेज अस्पतालों एवं सभी जिला चिकित्सालयों में नवीन सिकल सेल प्रबंधन केंद्र की स्थापना की जा रही है इन केन्द्रों में सिकलसेल की जांच एवं उपचार के साथ अस्पताल की प्रयोगशाला के माध्यम से साल्युबिटी टेस्ट द्वारा स्क्रीनिंग एवं इलेक्ट्रोफोरेसिस/नवीन विधि पॉइंट ऑफ केयर (POC) टेस्ट द्वारा पुष्टि हेतु जांच उपलब्ध कराई जाएगी. इस अवसर पर जिला चिकित्सालय में कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर. के. सिंह, सिविल सर्जन डॉ. ए.के. जगत, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री उत्कर्ष तिवारी, जिला अस्पताल प्रबंधक डॉ. दिप्ती सिंह राजपूत, प्रभारी अधिकारी सिकल सेल डॉ. अश्विनी कुमार राठौर उपस्थित रहे.
जिला जांजगीर चांपा में आर.बी.एस.के. (चिरायु) टीम द्वारा वर्ष 2016 से वर्तमान तक 3608 मरीजो का साल्युबिलिटी जांच हुआ है जिसमें से 455 मरीज पॉजिटीव पाया गया। जिनका कन्फर्मेशन जांच हेतु इलेक्ट्रोफोसिस जांच से किया जाना है. जिला चिकित्सालय जांजगीर मे सिकल सेल जांच की सुविधा वर्ष 2019 से उपलब्ध है जिसमें प्रतिमाह 700-800 मरीजो को साल्युबिलिटी जांच किया जाता है तथा 200 मरीजो को इलेक्ट्रोफोसिस जांच किया गया है। जिला चिकित्सालय जांजगीर मे सिकल सेल केंद्र की स्थापना किया गया है जिसमें मरीजों हेतु निःशुल्क ईलाज, जांच, रक्त एवं दवाईयां निरंतर उपलब्ध कराई जा रही है.