छत्तीसगढ़ में रायपुर जिले के अभनपुर ब्लॉक के एक गोठान समिति के अध्यक्ष ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। आत्महत्या का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। शनिवार को गोठान में ही फंदे पर लाश लटी मिली है।

छत्तीसगढ़ में रायपुर जिले के अभनपुर ब्लॉक के एक गोठान समिति के अध्यक्ष ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। आत्महत्या का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। शनिवार को गोठान में ही फंदे पर लाश लटी मिली है। गांव में इस मौत के बाद कई तरह की चर्चाएं हैं। लाश के पास सुसाइड नोट भी मिला है, लेकिन पुलिस जांच का हवाला देते हुए खुलासा करने से बच रही है। इधर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने भूपेश बघेल सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार की विफलता साफ दिख रही है। समिति अध्यक्ष ने परेशान होकर आत्महत्या की है।

अभनपुर के आमदी गांव के गोठान समिति के अध्यक्ष पवन निषाद की लाश सुबह गोठान के छज्जे से लटकी मिली। पवन ने गमछे से फंदा बनाकर फांसी लगाई है। पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है, लेकिन पुलिस अभी मामले की जांच की बात कहते हुए खुलासा नहीं कर रही है। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भिजवाया है। समिति से जुड़े और गांव के लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक कुछ दिन पहले गांव के कुएं में गिरकर पवन की पिता गंगूराम निषाद की भी मौत हो चुकी है। इस मामले में जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है। अभनपुर के थाना प्रभारी डीएसपी राहुल शर्मा ने कहा कि जांच की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। थाने बुलाकर बीती रात पवन को परेशान किए जाने की बात से डीएसी ने इनकार किया।

गोठान को लेकर गांव में विवाद, पुलिस ने बुलाया था
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भूपेश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि थाना अभनपुर आमदी गांव के गोठान समिति के अध्यक्ष पवन निषाद की आत्महत्या एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। कानून व्यवस्था से लोग निराश हैं। कांग्रेस सरकार बनने के बाद राज्य में 20 हजार से अधिक लोगों का आत्महत्या करना सरकार की विफलता दर्शाता है। पवन को पुलिस पूछताछ करने थाने लेकर गई थी और वहां से आने के बाद उन्होंने रात को खुदकुशी कर ली। यह भी खबर है कि गोठान को लेकर गांव में विवाद चल रहा था। प्रदेश में कानून व्यवस्था में किसी की सुनवाई नहीं हो रही है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार की विफलता स्पष्ट दिख रही है। गोठान विवाद का केंद्र बन गए हैं।

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