छत्तीसगढ़ के केशकाल क्षेत्र के विधायक संतराम नेताम को कुंभकरण की भूमिका बहुत पसंद है। वे रंगमंच पर बचपन से ही कुंभकरण का किरदार निभाते आए हैं। इस दशहरा पर्व पर भी उन्होंने कुंभकरण का किरदार निभाया।

छत्तीसगढ़ के केशकाल विधानसभा क्षेत्र के विधायक संतराम नेताम को कुंभकरण की भूमिका बहुत पसंद है। वे रंगमंच पर बचपन से ही कुंभकरण का किरदार निभाते आए हैं। इस विजयदशमी पर्व पर भी उन्होंने कुंभकरण का रोल निभाया। अपने विधानसभा क्षेत्र के गांव बड़ेडोंगर में दशहरा कार्यक्रम में शामिल हुए। रामायण पाठ के कार्यक्रम में विधायक संतराम कुंभकरण का किरदार निभाते हुए नजर आए। पहले किसी को पता नहीं चला कि यह क्षेत्र के विधायक हैं, जब भगवान राम बने युवक ने कुंभकरण का वध किया और उन्होंने मुखौटा हटाया तब पता चला कि यह विधायक संतराम नेताम हैं।

कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा क्षेत्र के विधायक संतराम नेताम भी समय-समय पर अपने कार्यों के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं। कभी खेतों में हल चलाते हुए तो कभी कार्यक्रमों में गाना गाते और बाजा (वाद्ययंत्र) बजाते हुए भी नजर आ चुके हैं। विधायक संतराम का परिवार आज भी सादगी की मिसाल है। उनका ठेठ अंदाज देख हर कोई कायल है। संतराम नेताम केशकाल विधानसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार विधायक विधायक हैं। वे बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हैं। उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है, लेकिन परिवार का रहन-सहन वेशभूषा एकदम सामान्य है।

कार्यक्रम के दौरान पता ही नहीं चला विधायक हैं
विधायक संतराम नेताम ने रावण के भाई कुंभकरण के रूप में अपना अभिनय प्रस्तुत किया। कुंभकरण प्रस्तुति देने पहुंचा तो सभी को लगा था कि कोई आम आदमी कार्यक्रम में भाग ले रहा है। जैसे प्रतिवर्ष कुंभकरण अपना प्रस्तुति देता था उसी प्रकार इस बार भी अभिनय कर रहा था। अंत में जब कुंभकरण मारा गया और उन्होंने अपना मुखौटा हटाया तब लोगों को पता चला कि यह कोई आम आदमी नहीं बल्कि विधायक संतराम नेताम है। विधायक संतराम नेताम ने सभी को दशहरा की बधाई देते हुए कार्यक्रम में भाग लेने और कुंभकरण बनने का अवसर मिलने पर समिति का आभार जताया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *