वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी खराब हवा में सांस लेने वाली मां के बच्चे हो सकते हैं बौने, ये हैं बचाव के उपायवैज्ञानिकों ने दी चेतावनी खराब हवा में सांस लेने वाली मां के बच्चे हो सकते हैं बौने, ये हैं बचाव
गर्भवती महिलाएं अगर रासायनिक उद्योगों की वजह से होने वाले वायु प्रदूषण के संपर्क में आती हैं, तो इसका असर उसके पेट में पल रहे बच्चे पर भी पड़ता है। इसके दुष्परिणामों के कारण जन्म के समय शिशु का वजन और कद कम हो सकता है। अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के डाटाबेस पबमेड और मेडिकल संबंधी स्वतंत्र डाटाबेस स्कोपस पर प्रकाशित 45 लेखों, शोधों और अध्ययनों की समीक्षा में यह निष्कर्ष सामने आए हैं।
शोधकर्ताओं ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान प्रदूषण के इन सूक्ष्म कणों के संपर्क में आने से जन्म के समय शिशु का वजन सामान्य से कम हो सकता है। साथ ही उन्हें अस्थमा, ऑटिज्म भी हो सकता है। शोधकर्ताओं ने वायु प्रदूषक पीएम 2.5 और नीदरलैंड में पैदा हुए करीब चार हजार सिंगलटन शिशुओं के जन्म के वजन के बीच संबंध को देखा।
ये हो सकते हैं नुकसान-
गर्भपात-
वायु प्रदूषण से गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है। ऐसा गर्भनाल में सूजन बढ़ने की वजह से होता है, जिससे भ्रूण के विकास में दिक्कतें आती हैं।
थायराइड-
प्रदूषण गर्भवती महिला के थायराइड को प्रभावित करता है। भ्रूण के विकास और मेटाबोलिज्म को नियमित करने के लिए यह बहुत जरूरी होता है।
अस्थमा-
गर्भवती महिलाओं को वायु प्रदूषण की वजह से अस्थमा हो सकता है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो इसकी वजह से शिशु को भी अस्थमा हो सकता है।
ये प्रदूषक है जिम्मेदार-
1. पीएम2.5, पीएएचएस, बेंजीन और कैडमियम जैसे औद्योगिक वायु प्रदूषकों से बच्चे समय से पहले ही पैदा हो सकते हैं।
2. नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और वाष्पशील कार्बनिक यौगिक (वीओसी) शिशु के कम वजन के लिए जिम्मेदार हैं।
3. इन सभी प्रकार के प्रदूषकों से शिशु के सिर की परिधि भी प्रभावित हो सकती है।
गर्भवती महिला बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय-
-वायु प्रदूषण के खतरनाक प्रभावों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क पहनें।
-घर के अंदर की हवा को शुद्ध करने के लिए एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
– संभव हो तो गर्भावस्था के दौरान घर में ही रहें, ज्यादा जरूरी होने पर ही बाहर निकलें।
-घर के अदंर हवा को शुद्ध करने वाले पौधे लगाएं।
सेहत का ध्यान जरूरी-
जिन महिलाओं का वजन गर्भावस्था के दौरान कम होता है, उनके वायु प्रदूषण से प्रभावित होने की संभावना अधिक होती है। गर्भावस्था के दौरान अच्छी देखभाल से वायु प्रदूषण के जोखिम को कम किया जा सकता है।