शुक्रवार रात हाथियों का दल ग्राम अभयपुर में घुसा। हाथियों ने ग्राम अभयपुर में मनबोध गोंड (70) निवासी अभयपुर को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद हाथियों का दल जनार्दनपुर में प्रवेश कर गया।

कोरिया जिले से सूरजपुर के प्रेमनगर वन परिक्षेत्र में घुसे 11 हाथियों के दल ने शुक्रवार की रात दो ग्रामीणों को कुचल कर मार डाला। 11 हाथियों का दल पहले अभयपुर में घुसा जहां एक ग्रामीण को कुचलने के बाद जनार्दनपुर की ओर चला गया। जनार्दनपुर में भी एक व्यक्ति को हाथियों ने कुचल कर मार डाला। कुछ दिन पहले हाथियों का यह दल कोरिया जिले से प्रेमनगर वन परिक्षेत्र में घुसा था।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात हाथियों का दल ग्राम अभयपुर में घुसा। हाथियों ने ग्राम अभयपुर में मनबोध गोंड (70) निवासी अभयपुर को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद हाथियों का दल जनार्दनपुर में प्रवेश कर गया, जहां हाथियों ने रायमति गोंड 70 वर्ष थाना प्रेमनगर सूरजपुर को कुचल दिया। हाथियों द्वारा दो ग्रामीणों को कुचलने की जानकारी मिलनेपर सूरजपुर डीएफओ संजय यादव के नेतृत्व में वनविभाग का अमला गांव में पहुंचा। ग्रामीणों को जंगल नहीं जाने की समझाइश दी जा रही है। दोनों मामलों में हाथियों के पहुंचते ही परिवार के लोग भागने लगे उसी दौरान बुजुर्ग हाथियों के सामने आ गया।यहां से जंगली हाथी जनार्दनपुर की ओर बढ़े। यहां भी जंगल किनारे रहने वाले परिवार के सदस्य जान बचाकर भागने लगे। बुजुर्ग महिला के सामने हाथी आ गए व उसे मार डाला।

मृतकों के घरवालों को दी 25-25 हजार की सहायता राशि
सूरजपुर के वन मंडलाधिकारी संजय यादव ने बताया कि 11 हाथियों का दल चार दिन से क्षेत्र में डटा हुआ है। अभयपुर, जनार्दनपुर के साथ आस-पास के गांव में मुनादी शुरू करा दी गई है। मैदानी वन कर्मचारियों को जंगली हाथियों की निगरानी में लगा दिया गया है हाथियों का यह दल हर साल इसी सीजन में कोरिया जिले से सूरजपुर जिले के प्रेमनगर वन परीक्षेत्र से होते हुए सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र तक पहुंचता है। आसपास के ग्रामीणों को लगातार सूचना दी जा रही थी। जनहानि की दो जो घटनाएं हुई उनमें पीड़ित परिवार का घर जंगल से लगा हुआ था। गजराज वाहन के माध्यम से भी ग्रामीणों को सतर्क करने का काम किया जा रहा था। जिन दो ग्रामीणों को हाथियों ने मारा है, उन्होंने वनविभाग के साथ पंचायत द्वारा पूर्व में दी गई समझाइश को नजरअंदाज किया गया। डीएफओ ने बताया कि मृतकों के स्वजन को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान कर दी गई है।

बीते साल भी की थी जनहानि
हाथियों के इस दल ने गत वर्ष भी दंपती को मौत के घाट उतार दिया था। दल के हाथियों ने स्कूटी से जा रहे दंपती पर हमला किया था जिससे दो लोगों की मौत हो गई थी। इन दिनों खेतों में फसल होने के कारण हाथी आबादी क्षेत्रों के नजदीक तक पहुंच जा रहे हैं। थोड़ी सी भी असावधानी बरतने पर जनहानि की आशंका बनी हुई है।

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