लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ हस्तशिल्पियों, श्रमिकों और उद्यमियों को लेकर बड़ी बात कही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी के उद्योग दुनिया को श्रेष्ठतम उत्पाद देंगे।

लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ हस्तशिल्पियों, श्रमिकों और उद्यमियों को लेकर बड़ी बात कही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी के उद्योग दुनिया को श्रेष्ठतम उत्पाद देंगे। उद्यमियों को वैश्विक बाजार में आने के लिए अपने उत्पादों की गुणवत्ता, डिजायनिंग और पैकेजिंग पर ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री शनिवार को लोकभवन में आयोजित हस्तशिल्पियों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री ने एमएसएमई और हस्तशिल्प के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले श्रमिकों, हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को पुरस्कृत तथा सम्मानित किया। कोरोना के कारण बीते तीन साल से सम्मान समारोह का आयोजन नहीं हो पाया था। उद्यमियों को उत्साहित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे सामने चुनौती अपने उत्पाद की विशिष्टता और श्रेष्ठता साबित करने की है। जिस दिन हम अपने 90 लाख यूनिट से श्रेष्ठतम उत्पादों का उत्पादन करने लगेंगे, नि:संदेह हम पूरी दुनिया में छा जाएंगे।

पहले उद्यमियों को किया जाता था हतोत्साहित 

सीएम ने कहा कि पहले श्रमिकों के पास हुनर तो था, मगर उत्पादों में समय के अनुरूप डिजायनिंग, पैकेजिंग का भाव था। इतना ही नहीं शासन स्तर पर उनकी कोई मदद नहीं की जाती थी, यहां तक कि कोई कुछ करना भी चाहता था तो तमाम बंदिशें लगाकर उसे हतोत्साहित किया जाता था। मगर आज हमने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से हस्तशिल्पियों के लिए तमाम कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है।

यूपी में 90 लाख एमएसमएमई यूनिट 

यूपी में आज सबसे अधिक 90 लाख सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) यूनिट लगी  हैं।  निर्यात के लिए जिले स्तर पर प्रयास करना होगा।  मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले आजमगढ़ आतंकवादियों का गढ़ माना जाता था। आज वहां की ब्लैक पॉटरी को दुनियाभर में सम्मान मिल रहा है। किसने सोचा था कि गोरखपुर का टेराकोटा, मुरादाबाद की ब्रास की कलाकारी, फिरोजाबाद का ग्लास, कन्नौज का इत्र, अलीगढ़ के ताले, भदोही का कालीन, सहारनपुर का क्राफ्ट और वाराणसी के हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए सरकार की ओर से भी सार्थक प्रयास हो सकता है।

प्रवासी कामगारों के आने से अव्यवस्था नहीं सुव्यवस्था आई  

मुख्यमंत्री ने कहा कि 40 लाख प्रवासी कामगार और श्रमिक कोरोना काल में वापस आए थे। कुछ लोगों ने आशंका व्यक्त की थी कि इससे प्रदेश में अव्यवस्था फैलेगी। मगर प्रवासी कामगारों से अव्यवस्था नहीं बल्कि सुव्यवस्था फैली। हमें पर्याप्त मात्रा में मैन पावर मिल गया। कोरोना काल के बावजूद बीते ढाई वर्ष में यूपी का एक्सपोर्ट 88 हजार करोड़ से बढ़कर एक लाख 56 हजार करोड़ तक यानी दोगुना बढ़ा है।

गुड गवर्नेंस में यूपी प्रथम पायदान पर 

मुख्यमंत्री ने बताया कि 2021 के आंकड़ों के हिसाब से यूपी गुड गवर्नेंस इंडेक्स में प्रथम स्थान पर है। इंडिया इनोवेशन इंडेक्स में सातवां स्थान, एक्सपोर्ट इन्डेक्स ईपीआई में छठा स्थान और लॉजिस्टिक इज अक्रॉस डिफ्रेंट स्टेट में छठे स्थान पर यूपी ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।

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