312 करोड़ रुपये की लागत से 411 मीटर लंबे इस गयाजी डैम के पास हर समय तीन से चार फीट पानी उपलब्ध रहेगा। गया जी डैम को बनाने में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हुआ है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को गया में फल्गू नदी पर बने देश के सबसे बड़े रबर डैम और स्टील ब्रिज का लोकार्पण करेंगे। साथ ही पितृपक्ष मेला महासंगम 2022 का भी उद्घाटन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का समय दोपहर एक बजे निर्धारित किया गया है। स्टील ब्रिज के माध्यम से लोग विष्णुपद से गया जी डैम होकर सीताकुंड जा सकेंगे। रबर डैम का नाम मुख्यमंत्री ने गयाजी डैम रखा है।

312 करोड़ रुपये की लागत से 411 मीटर लंबे इस गयाजी डैम के पास हर समय तीन से चार फीट पानी उपलब्ध रहेगा। गया जी डैम को बनाने में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हुआ है। इसके रबर ट्यूब में स्वचालित विधि से फल्गु नदी के बहाव को संचालित किया जा सकेगा। 22 सितंबर 2020 को नीतीश कुमार ने ही इसका शिलान्यास किया था। इसे अक्टूबर 2023 में पूरा किया जाने का लक्ष्य था। लेकिन, बाद में मुख्यमंत्री ने 2022 के पितृपक्ष से पहले इसे पूरा करने का निर्देश दिया। इस साल 9 से 25 सितंबर तक पितृपक्ष मेला चलेगा।

इस महीने 8 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान

रबर डैम के लोकार्पण को लेकर फल्गू नदी किनारे विष्णुपद घाट पर पंडाल बनाया गया है। बुधवार को दिनभर यहां तैयारी चलती रही। नदी में पानी भरे होने कारण बैरिकेडिंग की गई है। इससे श्रद्धालु गहरे पानी में नहीं पहुंच सकें। दो साल बाद आयोजित पितृपक्ष मेला महासंगम 2022 में इस बार पिंडदान के लिए आठ लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई गई है। सरकारी और निजी स्तर पर रोजाना 65 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। नदी में पानी होने के कारण पिंडदान के लिए विष्णुपद घाट पर पंडाल की लंबाई बढ़ाई गई है।

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