छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही(GPM) जिले में पिछले 72 घंटे से बारिश जारी है। जिसके चलते जिले के सभी नदी-नाले उफान पर हैं। इसके बावजूद लोग बेपरहवाह हो रहे हैं और जान जोखिम में डाल नदी में जा रहे हैं। जिसकी तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें बच्चे नदी में तेज बहाव होने के बावजूद भी नदी में नहाने जा रहे हैं। ऐसे में यहां किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है। परेशान करने वाली बात यह है कि यहां इन्हें कोई रोकने वाला भी नहीं है।
दरअसल, जिले में पिछले 3 दिनों से अच्छी बारिश हो रही है। बारिश के चलते कुछ गांवों में किसानों को भी नुकसान हुआ है। कहीं खेत के मेढ़ टूट गए हैं तो कहीं खेत में पानी ही पानी हो गया है। वहीं जिले का ज्यादातर इलाका पहाड़ी क्षेत्रों से लगा हुआ है। जिसके कारण यहां बहने वाली प्रमुख नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। लेकिन बच्चे फिर भी नदी में जान जोखिम में डालकर जाते हुए दिख रहे हैं। जिले से जो तस्वीर सामने आई है वो बस्तीबगरा क्षेत्र से निकलने वाली बम्हनी नदी से आई है। जहां 10 से ज्यादा बच्चे उफनती नदी में नहाने जा रहे हैं।
इस तरह की लापरवाही के चलते बड़ा हादसा होने का खतरा बना हुआ है। इसके बावजूद कोई इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि हर साल बरसात में इसी तरह की लापरवाही और जान जोखिम में डालकर नदी-नाले पार करने के चलते कई लोगों की जान चली जाती है। फिर भी बच्चों को कोई यह बात समझाने वाला नहीं है। ऐसे में भास्कर की अपील है कि बरसात के दिनों में इस तरह की लापरवाही बिल्कुल ना करें।
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी बारिश हो रही है। जिससे जन जीवन भी प्रभावित हुआ है। खासकर मुंगेली के लोरमी इलाके के 2 वार्डों का संपर्क लोरमी शहर से टूटा हुआ है। वहीं बस्तर के बीजापुर जिले के कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। अगर बात गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 1 जून से 25 जुलाई तक बारिश कि की जाए तो यहां 522.3MM बारिश अब तक हो चुकी है।