गौरतलब है कि वंदे भारत मिशन के तहत भारत ने अपने नागरिकों को चीन से निकालने के लिए विशेष उड़ानें संचालित की थीं। उसके बाद से यह भारतीयों का सबसे बड़ा समूह है जो विशेष विमान से चीन पहुंचा है।

कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार भारत से एक विशेष विमान मंगलवार को चीन में उतरा। यह विशेष विमान 107 भारतीय व्यापारियों को लेकर पूर्वी चीनी शहर हांग्जो में उतरा। दरअसल ये लोग चीन में व्यवसायिक हितों के बावजूद 2020 से भारत में फंसे हुए थे। भारत में कोरोना नियमों में पहले ही ढील दे दी गई थी लेकिन चीन में कोविड-19 को लेकर कड़े प्रतिबंध अभी भी लागू हैं और इसी के चलते चीन ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर भी प्रतिबंध लगाए थे।

गौरतलब है कि वंदे भारत मिशन के तहत भारत ने अपने नागरिकों को चीन से निकालने के लिए विशेष उड़ानें संचालित की थीं। उसके बाद से यह भारतीयों का सबसे बड़ा समूह है जो विशेष विमान से चीन पहुंचा है। दोनों देशों के बीच सीधी कॉमर्शियल उड़ानें मार्च, 2020 से निलंबित हैं। बड़ी संख्या में छात्रों सहित हजारों भारतीय काम और शिक्षा को फिर से शुरू करने व परिवारों के पास फिर से जाने के लिए चीन लौटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

भारतीय व्यापारियों का यह विशेष समूह मंगलवार को नई दिल्ली से चाइना सदर्न एयरलाइंस की विशेष उड़ान में सवार हुआ और झेजियांग प्रांत की राजधानी हांग्जो में उतरा। इन लोगों को 10 दिनों के क्वारंटाइन और लगातार न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग व कोविड-19 कंटेनमेंट प्रोटोकॉल से गुजरना होगा। इसके बाद यह यिवू (Yiwu) जाएंगे। यिवू शहर छोटी वस्तुओं का वैश्विक केंद्र है।

हजारों भारतीय व्यापारी वैश्विक स्तर पर बेचने के लिए घरेलू उपकरण, खिलौने, मोजे और इलेक्ट्रॉनिक जैसे सामान थोक में यिवू शहर से खरीदते हैं। Yiwu के कॉमर्स ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में, भारत के साथ Yiwu का व्यापार 17.58 बिलियन युआन (2.6 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया, जो साल-दर-साल 38.5% की वृद्धि थी।

चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने बुधवार को एक यिवू अधिकारी के हवाले से कहा, “भारत Yiwu का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। पीक समय में 2,000 से अधिक भारतीय व्यापारी यिवू में रहते थे।” बिजनेस न्यूज वेबसाइट, यिकाई ग्लोबल ने इस महीने की शुरुआत में एक रिपोर्ट में कहा था, “खिलौने, कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक्स के छोटे और मध्यम आकार के निर्माताओं के लिए Yiwu (खुदरा) बाजार महत्वपूर्ण है। महामारी से पहले, 560,000 से अधिक विदेशी व्यापारियों ने हर साल वस्तुओं की खरीद के लिए यिवू का दौरा किया था।” भारतीय व्यापारियों को Yiwu में वापस लाने का निर्णय पूर्वी चीन की झेजियांग प्रांतीय सरकार के साथ-साथ Yiwu अधिकारियों द्वारा लिया गया था।

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