छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मध्याह्न भोजन खाने के बाद 22 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शनिवार को बच्चे स्कूल से घर पहुंचे, उसके बाद तबीयत खराब हुई है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मध्याह्न भोजन खाने के बाद 22 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शनिवार को बच्चे स्कूल से घर पहुंचे, उसके बाद तबीयत खराब हुई है। घबराए परिजनों ने पहले तो बच्चों को घरेलू उपचार किया। स्वास्थ्य कार्यकर्ता और मितानिन को भी जानकारी दी गई। मितानिन ने दवाई भी दी, लेकिन बच्चों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह डायरिया है या फूड पॉइजनिंग स्वास्थ्य विभाग इसकी जांच कर रही है। घटना कोटा ब्लॉक का है।
कोटा विकासखंड चिकित्सा अधिकारी निखलेश गुप्ता ने बताया कि सोनसाय नवागांव में 22 बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टरों की टीम गांव पहुंची। बीमार बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोनसाय नवागांव के पंडरी पानी और दो मुहानी मोहल्ले में उल्टी-दस्त और सर्दी, खांसी जैसी बीमारी से 22 बच्चों की तबीयत खराब हुई है। बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोंगसरा में भर्ती कराया गया। डॉक्टर दीक्षा की टीम उपचार कर रही हैं। पीएचई विभाग ने पानी का सैंपल लिया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैंप लगाया है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची
चिकित्सा अधिकारी निखलेश गुप्ता ने बताया की बच्चों की तबीयत किस वजह से बिगड़ी है, इसकी जांच की जा रही है। यह फूड पॉइजनिंग है या डायरिया इसकी जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में सर्वे करने कहा गया है। बीमार सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और बीमार बच्चों चेकअप करने के बाद 4 बच्चों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर में भेजा गया हैं। बता दें कि बड़ी सख्या में एक ही गांव के बच्चों के बीमार होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।