शिवसेना पर हक की लड़ाई अब सड़कों पर आ गई है और हिंसक हो चली है। डोंबिवली में मंगलवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब एकनाथ शिंदे गुट के समर्थक शिवसेना के दफ्तर में घुस गए। इससे तनाव फैल गया।
शिवसेना पर हक की लड़ाई अब सड़कों पर आ गई है और हिंसक हो चली है। डोंबिवली में मंगलवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब एकनाथ शिंदे गुट के समर्थक शिवसेना के दफ्तर में घुस गए। महाराष्ट्र टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ये लोग शिवसेना की केंद्रीय शाखा में घुस गए और एकनाथ शिंदे एवं सांसद श्रीकांत शिंदे की तस्वीरें लगा दीं। ये लोग ड्रिल मशीन लेकर आए थे और दीवारों पर छेद करके तस्वीरें लगा दीं। इसके चलते तनाव फैल गया। उद्धव ठाकरे के समर्थक भी मौके पर पहुंचे और झड़प भी हो गई। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव फैल गया है।
फिलहाल शिवसेना पर हक की लड़ाई चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, लेकिन उससे पहले एकनाथ शिंदे और उद्धव गुट के कार्यकर्ताओं के सड़कों पर उतरने से तनाव जरूर बढ़ गया है। एकनाथ शिंदे गुट के कार्यकर्ता मंगलवार दोपहर डोंबिवली में शिवसेना की केंद्रीय शाखा में घुस गए। ये एक ड्रिल मशीन लेकर आए थे। शिवसेना की शाखा में घुसकर इन कार्यकर्ताओं ने ड्रिल मशीन से दीवार में छेद कर एकनाथ शिंदे और श्रीकांत शिंदे की तस्वीरें वहां लगा दीं। अभी तक शिवसेना की इस केंद्रीय शाखा में बालासाहेब ठाकरे, आनंद दिघे, उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की तस्वीरें थीं।
सरकार के बाद पार्टी पर दावा मजबूत कर रहे एकनाथ शिंदे
इसके चलते शिवसैनिकों और शिंदे समर्थकों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। बता दें कि बीते करीब डेढ़ महीनों से एकनाथ शिंदे और उद्धव गुट में टकराव चल रहा है। एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 56 विधायकों में से 40 को अपने साथ लेकर भाजपा संग सरकार बना ली है। यही नहीं शिवसेना के 19 लोकसभा सांसदों में से एक दर्जन का समर्थन होने का भी दावा एकनाथ शिंदे गुट कर रहा है। इसके साथ ही उसने चुनाव आयोग में खुद को ही असली शिवसेना का नेता होने का भी दावा किया है। इस बीच डोंबिवली की घटना ने तनाव और गहरा कर दिया है। बीते कई दिनों से इस इलाके में शिवसैनिकों और एकनाथ शिंदे समर्थकों के बीच संघर्ष देखने को मिल रहा है।
एकनाथ शिंदे गुट का आज से शुरू हो रहा सदस्यता अभियान
इस बीच इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। आज से ही एकनाथ शिंदे गुट समर्थक डोंबिवाली में सदस्यता अभियान की शुरुआत करने वाले हैं। इसके लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन चल रहा है। माना जा रहा है कि सरकार बनाने के बाद अब निकाय चुनाव की तैयारी में एकनाथ शिंदे गुट जुट गया है।