दिल्ली जैसी जगहों पर लोग जब हमें पूछते हैं कि केंद्र में आपकी सरकार आएगी तब किस तरह का काम करेंगे। मैं उन्हें गर्व से छत्तीसगढ़ की मिसाल देता हूं। छत्तीसगढ़ में जिस तरह विकास और बदलाव हो रहे हैं।
दिल्ली जैसी जगहों पर लोग जब हमें पूछते हैं कि केंद्र में आपकी सरकार आएगी तब किस तरह का काम करेंगे। मैं उन्हें गर्व से छत्तीसगढ़ की मिसाल देता हूं। छत्तीसगढ़ में जिस तरह विकास और बदलाव हो रहे हैं, वैसे ही हम पूरे देश में यह करना चाहते हैं। एक बार छत्तीसगढ़ जाकर देखिए…। वहां शानदार काम हो रहा है। एक बार देश में भी मौका दीजिए। जनता वैसे ही खुश और सुखी दिखेंगे जैसा छत्तीसगढ़ में हैं। उक्त बातें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष शशि थरूर ने कही।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल ने किसानों, मजदूरों और सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं बनाईं हैं, वह एक मिसाल है। हमें आमजन की जरूरतों को समझकर काम करना है और यही छत्तीसगढ़ में हुआ है। बता दें कि कांग्रेस के अनुषांगिक संगठन आल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस का पांचवां वार्षिक सम्मेलन रायपुर में शनिवार से शुरू हुआ। कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल, प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष शशि थरूर, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन शाामिल हुए हैं। इस सेमिनार में देशभर के प्रबुद्धजन, बड़े कारोबारी, विषय विशेषज्ञ सहित एक हजार से ज्यादा लोग शामिल हो रहे हैं।
देश देख रहा गुजरात मॉडल का हश्र
सीएम भूपेश बघेल ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश देख रहा है कि गुजरात मॉडल का क्या हश्र हुआ है। अब गुजरात मॉडल की चर्चा तक नहीं होती। गुजरात मॉडल की वजह से देश में महंगाई और गरीबी बढ़ी है। देश की संपत्ति को लगातार बेचना ही शायद गुजरात मॉडल है और सबको रोजगार देना छत्तीसगढ़ मॉडल है। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने आम जनता की चिंता की। छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरुवा, घुरवा और बारी पर काम किया। पशु धन, वनोपज, कृषि और रोजगार पर बेहतर काम हुआ है। प्रदेश में इसका असर दिख रहा है। हमारी सरकार ने जनता की आवश्यकता को समझा। आम आदमी की जेब में पैसा डाल रही है। हम गांवों में उत्पादक और उपभोक्ता दोनों बना रहे हैं।