छत्तीसगढ़ .कोरोना तीसरी लहर की उस संभावनाओं को देखते हुए किसी प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम आयोजन नहीं किया जाएगा. प्रशासन की ओर से सावन के प्रथम सोमवार को पदयात्रा पंचमुखी बूढ़ामहादेव से पद यात्रा निकाली जाती है. वह कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. वहीं कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने ये भी कहा कि कवर्धा से अमरकंटक कांवरिया यात्रा भोरमदेव मंदिर और शहर के सबसे पुराने पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर करीब 150 किलोमीटर पद यात्रा कर जलाभिषेक करते हैं दलों को अनुमति नहीं दी गई है. अगर कोई व्यक्ति अपने परिवार के साथ भोरमदेव मंदिर या पंचमुखी बूढामहादेव मंदिर जलाभिषेक करने जाते हैं तो उन लोगों को छूट दी गई है, लेकिन सामूहिक रूप से समूह बनाकर पद यात्रा कांवरियों द्वारा निकाली जाती उस पर प्रतिबंध है.