कोरोना वायरस (Coronavirus) पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा है. इसकी वैक्सीन (Vaccine) बनने में कई महीनों या साल भी लग सकते हैं, लेकिन आज इससे बचने के उपाय मास्क (Mask) पहनना, हाथ धोना और दो गज की दूरी बनाकर रखना ही है. लोगों को लगातार मास्क पहनने का सुझाव दिया जा रहा है, लेकिन मास्क पहनने के दौरान भी कुछ सावधानियां रखनी चाहिए, अन्यथा इससे भी कुछ शारीरिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं. myUpchar से जुड़े डॉ. आयुष पाण्डेय के अनुसार, किसी भी स्वस्थ्य इन्सान के लिए मास्क लगाना जरूरी नहीं है. किसी भी स्वस्थ्य व्यक्ति को तभी मास्क लगाना चाहिए जब वह किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल कर रहा हो जो बीमार है या जिसको कोरोना हुआ है. जानिए मास्क लगाने के नुकसान.
- इन्सान सांस के जरिए ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड गैस छोड़ते हैं, लेकिन मास्क पहनने पर कार्बन डाइऑक्साइड मास्क से धीरे-धीरे बाहर निकलती है. वहीं मास्क के कारण ऑक्सीजन शरीर में कम मात्रा में पहुंचती है. इस वजह से शरीर में कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है और ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है. व्यक्ति को चक्कर भी आ सकते हैं या सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. इसलिए ज्यादा देर तक मास्क लगाना सही नहीं है.
- मास्क पहनने पर कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा ज्यादा होने पर इसमें मौजूद हाइपरकेनिया सिर दर्द और चक्कर जैसी समस्या बढ़ा सकते हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान का मानना है कि ज्यादा समय तक मास्क लगाने पर शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं, इसलिए जब ज्यादा लोगों के बीच मौजूद हो तो मास्क जरूर लगाएं, लेकिन जब बहुत ज्यादा भीड़ में न हो तो मास्क का उपयोग कम कर सकते हैं.
- यदि कोई भी मास्क लगाकर सुबह दौड़ लगाता है तो यह भी गलत है, क्योंकि दौड़ लगाते समय ऑक्सीजन की अधिक जरूरत होती है. इसके अलावा एन95 मास्क सिर्फ हेल्थ वर्कर्स के लिए जरूरी है. बाकी लोग घर पर बने कपड़े का मास्क भी लगा सकते हैं. ऐसे मास्क पहनने पर सांस लेने में तकलीफ नहीं होती है. कोशिश यह करें कि सभी काम एक साथ करने के लिए ही बाहर निकलें, हर छोटे-छोटे काम के लिए बाहर न जाया करें.
- घर में कॉटन के कपड़े से मास्क तैयार किया जा सकता है. कॉटन का कपड़ा आरामदायक भी होता है. मास्क को पहनते समय थोड़ा ढीला पहनना चाहिए. टाइट मास्क पहनने पर सांस लेने में दिक्कत होगी और नाक पर रैशेज हो जाएंगे. बच्चों के लिए मास्क बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि कपड़ा कॉटन का हो और वह पतला हो, ताकि बच्चों को सांस लेने में बिल्कुल भी तकलीफ ना हो.