एमपी में वेल्डिंग का काम करने वाले एक व्यक्ति के बेटे ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन में 99.938 पर्सेंटाइल अंक हासिल कर अभावों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों के सामने एक शानदार नजीर पेश की है।
मध्य प्रदेश के देवास में वेल्डिंग का काम करने वाले एक व्यक्ति के बेटे ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन में 99.938 पर्सेंटाइल अंक हासिल कर अभावों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों के सामने प्रेरणादायी नजीर पेश की है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के परिणाम सोमवार को घोषित किए थे। दीपक प्रजापति ने इंदौर में मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने इस प्रवेश परीक्षा में 99.938 पर्सेंटाइल अंक हासिल किए हैं। बेहद सादे व्यक्तित्व वाले नौजवान ने बताया कि इंदौर के पास स्थित देवास में वेल्डिंग का काम करने वाले उनके पिता 10वीं फेल हैं और मां मामूली भी पढ़ी-लिखी नहीं हैं।प्रजापति ने कहा,”जिन बच्चों के पास पढ़ाई की सारी सुविधाएं होती हैं, उनके पास करियर के विकल्प भी बहुत होते हैं। मेरे पास ऐसे कोई खास विकल्प नहीं थे। लेकिन मुझमें पढ़ाई का जुनून है।”
उन्होंने बताया कि उनकी 10वीं तक की पढ़ाई एक सरकारी स्कूल में हुई और वह 11वीं तथा 12वीं कक्षा निजी स्कूल से उत्तीर्ण हुए।
प्रजापति ने कहा कि अब वह देश के किसी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई का सपना पूरा करना चाहते हैं, जो उन्होंने 10वीं में दाखिला लेने के बाद से देखना शुरू किया था।
शिवराज ने दी बधाई
दीपकी को उनकी इस उपलब्धि पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘देवास मेरे भांजे दीपक प्रजापति को 99.93 परसेंटाइल के साथ जेईई मेन 2022 परीक्षा में उच्च स्थान प्राप्त करने हेतु हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं। आपने दिखा दिया है कि मन में चाह हो तो राह बनती ही है। आपकी इस उपलब्धि से मध्यप्रदेश गौरवान्वित है।’