Aaditya Thackeray News: अब आदित्य ठाकरे ने इसी मोर्चे पर काम करते हुए ‘निष्ठा यात्रा’ निकालने का ऐलान किया है। वह शुक्रवार से यात्रा पर निकल रहे हैं ताकि पार्टी के काडर को साधा जा सके।

Aaditya Thackeray News: एकनाथ शिंदे गुट की बगावत के चलते भले ही शिवसेना महाराष्ट्र की सरकार से बाहर हो गई है, लेकिन अब ठाकरे फैमिली पार्टी बचाने की कोशिश में जुट गई है। उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से इस्तीफे के दौरान ही कहा था कि मेरे पास शिवसेना है। उन्होंने एकनाथ शिंदे गुट की ओर इशारा करते हुए कहा था कि उन्हें सत्ता के पेड़े मुबारक हों, लेकिन मेरे शिवसेना है। अब आदित्य ठाकरे ने इसी मोर्चे पर काम करते हुए ‘निष्ठा यात्रा’ निकालने का ऐलान किया है। वह शुक्रवार से यात्रा पर निकल रहे हैं ताकि पार्टी के काडर को साधा जा सके। दरअसल शिवसेना के 40 विधायकों ने बगावत करके एकनाथ शिंदे के साथ जाने का फैसला कर लिया था। इसके अलावा 16 में से 12 सांसदों के भी एकनाथ शिंदे के साथ जाने की चर्चाएं हैं।

बागी विधायकों ने फैलाया है भ्रम, उन्हीं के इलाके में यात्रा करेंगे आदित्य

ऐसे में पार्टी में पकड़ को मजबूत बनाए रखने के लिए उद्धव ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे ऐक्टिव हो गए हैं। दरअसल एकनाथ शिंदे समर्थक विधायकों ने अपने क्षेत्रों में जाकर बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे की विरासत की बात करना शुरू किया है। इसके चलते शिवसैनिकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। काडर में इसी संशय की स्थिति को दूर करने के लिए आदित्य ठाकरे ने मोर्चा संभाला है और निष्ठा यात्रा निकालेंगे। कहा जा रहा है कि वह इस यात्रा के दौरान शिवसैनिकों को एकनाथ शिंदे गुट की ‘गद्दारी’ के बारे में बताएंगे। ठाकरे परिवार का कहना है कि निष्ठा यात्रा के जरिए काडर को साधने में मदद मिलेगी। इसके अलावा बीएमसी चुनाव को लेकर भी शिवसेना इस यात्रा को अहम मान रही है।

शिवसेना के पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे आदित्य ठाकरे

यात्रा के दौरान आदित्य ठाकरे बागी विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना की शाखाओं का भी दौरा करेंगे। निष्ठावान शिवसैनिकों को शक्ति प्रदान करने के उद्देश्य से इस यात्रा का आयोजन किया गया है। इस मौके पर आदित्य ठाकरे शिवसेना की 236 शाखाओं का दौरा करेंगे। यह यात्रा बागी विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र में भी जाएगी। इस मौके पर आदित्य ठाकरे समूह प्रमुखों, शाखा प्रमुखों और सेना के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। सेना के निष्ठावान कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को भी मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा।

आक्रामक आदित्य ठाकरे बोले- गद्दार तो गद्दार ही होते हैं

गौरतलब है कि शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद से आदित्य ठाकरे काफी आक्रामक हैं। गुरुवार को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गद्दार तो गद्दार ही होते हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि जो आना चाहते हैं, उनके लिए मातोश्री के दरवाजे खुले हैं। बता दें कि बागी विधायक लगातार आरोप लगा रहे हैं कि उद्धव ठाकरे दरबारियों से घिरे हुए हैं और यदि उन्हें अलग करके बात की जाए तो वे पार्टी में आने पर विचार कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *