नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड एक सरकारी कंपनी थी, जिसे हाल ही में टाटा स्टील ने अपनी सब्सिडरी कंपनी टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (टीएसएलपी) के जरिये खरीदा है। यह डील 12,000 करोड़ रुपये में हुई है।

करीब दो साल से बंद पड़े सरकारी कंपनी नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) की किस्मत बदलने लगी है। ये सबकुछ टाटा समूह के अधिग्रहण की वजह से संभव हो सका है। टाटा स्टील के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर टीवी नरेंद्रन ने बताया कि नीलाचल इस्पात के कारखाने को अगले तीन महीने में शुरू करने का लक्ष्य है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम मौजूदा कर्मचारियों के साथ काम करने और करीब दो साल से बंद पड़े कारखाने को दोबारा से शुरू करने को तैयार हैं। हमें अगले तीन महीने में उत्पादन शुरू होने और अगले 12 महीने में स्थापित क्षमता प्राप्त कर लेने की उम्मीद है।’’ यही नहीं, टाटा स्टील एनआईएनएल की क्षमता बढ़ाकर 50 लाख टन करने और इसके लिये जरूरी मंजूरी हासिल करने को लेकर भी कदम उठाएगी।

आपको बता दें कि नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड एक सरकारी कंपनी थी, जिसे हाल ही में टाटा स्टील ने अपनी सब्सिडरी कंपनी टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (टीएसएलपी) के जरिये खरीदा है। यह डील 12,000 करोड़ रुपये में हुई है।

टाटा समूह की कंपनी ने नीलाचल में 93.71 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए सफल बोली लगाने की घोषणा की थी। नीलाचल का 10 लाख टन क्षमता के कारखाना के अलावा खुद के इस्तेमाल वाला बिजली संयंत्र है। कंपनी के पास लौह अयस्क खदान भी है, जो विकास के चरण में है।

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