चीन के बाजारों में मंदी छाई हुई है। जिसका असर व्यापारिक क्षेत्र पर देखने को मिल रहा है। यहां के रियल एस्टेट कारोबार पर मंदी का भयानक असर हुआ है। इसी कड़ी में प्रॉपर्टी डीलर अब ऐसा ही कुछ कर रहे हैं।

अकसर ऐसा देखा जाता है कि घरों को खरीदने के लिए लोग जीवन भर की जमा पूंजी लगा देते हैं। लेकिन यह चौंकाने वाली बात होगी कि तरबूज और लहसुन जैसी चीजों के बदले घर मिल जाए। यह इन दिनों चीन में हो रहा है। इसका कारण यह है कि चीन के बाजारों में गहरी मंदी छाई हुई है। जिसका असर वहां के हर व्यापारिक क्षेत्र पर देखने को मिल रहा है। यहां के रियल एस्टेट कारोबार पर मंदी का भयानक असर हुआ है। इसी कड़ी में प्रॉपर्टी डीलर अब ऐसा ही कुछ कर रहे हैं।

दरअसल, चीन में मंदी का असर दिख रहा है और इसी वजह से चीनी रियल एस्टेट डेवलपर्स पेमेंट के बदले तरबूज ले रहे हैं। इसके अलावा अन्य कृषि उत्पादों को भी भुगतान के तौर पर स्वीकार किया जा रहा है। चीन के तीसरे और चौथे लेवल के शहरों में रियल एस्टेट डेवलपर्स ने हाल ही में विभिन्न प्रचार अभियान शुरू किए हैं। जिनमें घर खरीदारों को गेहूं और लहसुन के साथ अपने डाउन पेमेंट का हिस्सा भुगतान करने की छूट दी जा रही है।

न्यूज एजेंसी एफपीआई के मुताबिक चीन में घरों की बिक्री का ग्राफ लगातार 11 महीनों तक घटा है। यदि इस साल मई के आंकड़ों की तुलना बीते साल मई 2021 से करें तो इसमें 31.5 प्रतिशत की कमी आई है। चीन में हाउसिंग मार्केट बीते कुछ वर्ष में लगातार गिर रहा है। अर्थव्यवस्था में मंदी, आर्थिक संकट और परियोजना पर निर्माण शुरू होने से पहले सिक्योरिटी जमा कराने जैसे फैसले इसके पीछे मुख्य कारण है।

पूर्वी शहर नानजिंग में एक रियल एस्टेट डेवलपर ने कहा कि वह स्थानीय किसानों से घर के डाउन पेमेंट के रूप में 100,000 युआन तक के तरबूज को स्वीकार करेगा। इसके अलावा होम बिल्डर सेंट्रल चाइना मैनेजमेंट ने मई के अंत में सोशल मीडिया पर एक एड जारी किया था, जिसमें बताया गया कि लहसुन के नए सीजन के अवसर पर कंपनी किसानों को क्यूई काउंटी में घर खरीदने पर शानदार ऑफर लेकर आई है। इस ऑफर के तहत किसान घर की कीमत के बराबर लहसुन देकर अपनी प्रॉपर्टी की बुकिंग कर सकते हैं।

एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि हमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सभी प्रचार पोस्टर हटाने के लिए कहा गया है। अब हमें प्रचार के लिए अन्यअभियानों को तैयार करने के लिए कहा गया है।

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