छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर गढ़चिरौली जिले में माओवादियों ने एक बार फिर जमकर उत्पात मचाया है। नरगुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम विसामुंडी में हथियारबंद नक्सलियों ने 7 वाहनों को आग लगा दिया।

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से लगे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में माओवादियों ने एक बार फिर जमकर उत्पात मचाया है। नरगुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम विसामुंडी में गुरुवार की रात 25 से 30 की संख्या में हथियारबंद नक्सली आ धमके। नक्सलियों ने सड़क और पुल निर्माण में लगे 7 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। माओवादियों ने निर्माण कार्य करवा रहे मुंशी और मजदूरों को भी बंधक बनाया बनाया था। नक्सलियों ने 3 मजदूरों की जमकर पिटाई भी की है, जिन्हें सुबह भामरागढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नक्सलियों ने निर्माण कार्य बंद करने की धमकी दी है।

मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर गढ़चिरौली जिले के नारगुंडा थाना क्षेत्र में माओवादियों ने वारदात को अंजाम दिया है। भामरागढ़ तहसील अंतर्गत विसामुंडी गांव में सड़क और पुल निर्माण का काम चल रहा था। गुरुवार की रात लगभग 10.30 बजे 25 से 30 की संख्या में हथियारबंद नक्सली आए। उस समय मजदूर सो रहे थे। नक्सलियों ने सभी को जगाकर बंधक बना लिया। माओवादियों ने 3 मजदूरों की जमकर पिटाई की है। मारपीट के बाद नक्सलियों ने 1 जेसीबी, 1 पोकलैंड, 2 ट्रैक्टर, 2 मिक्सर मशीन और मजदूरों की एक बाइक समेत 7 वाहनों को आग के हवाले कर दिया।

काम बंद कर जाने की धमकी, इलाके में दहशत
नक्सलियों ने मुंशी और मजदूरों को निर्माण कार्य बंद करने चले जाने की धमकी दी गई है। माओवादियों की पिटाई से घायल 3 मजदूरों को सुबह भामरागढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस को सूचना न मिले, इसलिए माओवादियों ने मुंशी और मजदूरों के फोन भी छिन लिए थे। बताया जाता है कि सड़क का निर्माण कांट्रेक्टर गणेश नागपुरकर द्वारा कराया जा रहा है। नक्सली वाहनों में आग लगाने के बाद जंगल की ओर चले गए। घटना के बाद से इलाके में दहशत है। घायल मजदूरों की शिकायत पर नारगुंडा पुलिस जांच कर रही है। जिस क्षेत्र में घटना हुई है वहां घनघोर जंगल है।

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