लियोनार्दो की कंपनी की वैल्यू 65 अरब यूरो है और इसमें कम से कम 1.8 लाख कर्मचारी काम करते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि उनका बचपन एक अनाथालय में बीता था।

इटली के दूसरे  सबसे अमीर बिजनसमैन और बड़ा ऑप्टिकल साम्राज्य बनाने वाले लियोनार्दो देल वेकियो का 87 साल की उम्र में निधन हो गया। बचपन की गरीबी और संघर्षों के बाद रे बैन, ओकले जैसे ब्रैंड को खरीदने वाले विकियो इटली के सबसे सफल कारोबारियों में गिने जाते थे। उनकी कंपनी EssilorLuxottica ने सोमवार को उनकी निधन की पुष्ट की।

वेकियो ने 1961 में लग्जोतिका बिजनस की स्थापना की थी। वह चश्मों के पार्ट्स सप्लाई किया करते थे। 2018 में फ्रांस की कंपनी एसिलर से हाथ मिलाने के बाद वह चश्मे की दुनिया के बेताज बादशाह बन गए। दुनिया की सबसे बड़ी चश्मे की कंपनी में वह सबसे बड़े शेयर धारक भी थे और चेयरमैन भी थे।

लियोनार्दो की कंपनी की वैल्यू 65 अरब यूरो है और इसमें कम से कम 1.8 लाख कर्मचारी काम करते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि उनका बचपन एक अनाथालय में बीता था। बाद में उन्होंने एक दुकान से अपने करियर की शुरुआत की। पहले उनकी कंपनी बड़ी कंपनियों के लिए चश्मे के पार्ट बनाती थी। बाद में उन्होंने अपना ब्रैंड लॉन्च कर दिया और फिर कई कंपनियों का मर्जर करने लगे।

उन्होंने यूरोप की कई बड़ी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप कर ली। 1990 में उनकी कंपनी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर हो गई थी। वह लक्स टिकर सिंबल के अंतरगत ट्रेड किया करते थे। 1999 में उन्होंने रे बैन को खरीद लिया। 2007 में उन्होंने कैलिफोर्निया की ओकले को भी खरीद लिया।

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