नेपाल सरकार ने राजधानी काठमांडू में पानीपूरी पर रोक लगा दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि गोलगप्पे में इस्तेमाल होने वाले पानी में हैजा के बैक्टीरिया पाए गए हैं।

नेपाल सरकार ने राजधानी काठमांडू में ऐसा प्रतिबंध लगाया है जिसे सुनकर सबको हैरानी होती है। दरअसल यहां स्वास्थ्य मंत्रालय ने काठमांडू के एलएमसी में गोलगप्पे पर बैन लगा दिया है। घाटी के ललितपुर मेट्रोपिलिटन सिटी में हैजा के केस बढ़ने के बाद यह फैसला किया  गया है। दावा किया गया है कि पानी-पूरी में इस्तेमाल होनें वाले पानी में कॉलरा बैक्टीरिया पाया गया है।

म्युनिसिपल पुलिस चीफ सीताराम हचेतू के मुतबिक भीड़भाड़ वाले इलाकों और कॉरिडोर  एरिया में पानीपूरी की बिक्री पर रोक लगाने की पूरी तैयारी की  गई है। उनका कहना है कि पानीपूरी की वजह से हैजा के मामलों का बढ़ने का खतरा है। रविवार को काठमांडू में हैजा के सात नए मामले मिले। इसके साथ ही घाटी में कुल मरीजों की संख्या 12 हो गई है।

नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतरगत एपिडेमियोलॉजी ऐंड डिजीज कंट्रोल डिविजन के डायरेक्टर चमनलाल दास ने कहा कि काठमांडू मेट्रोपोलिस में कॉलरा के पांच मामले पाए गए। इसके अलावा एक केस चंद्रागिरि म्युनिसिपालिटी में और एक बुधानीकांता म्युनिसिपालिटी में पाया गया। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सलाह दी है कि हैजा का कोई भी लक्षण नजर आते ही नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें।

सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश और गर्मी के मौसम में फैलने वाली जल जनित बीमारियों जैसे कि डायरिया, कॉलरा से सावधान रहें।

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