एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान बीजेडी ने किया है। उन्होंने राज्य के सभी विधायकों और सांसदों से ट्वीट कर ओडिशा की बेटी को वोट देने की अपील की है।

एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान बीजेडी ने किया है। उन्होंने राज्य के सभी विधायकों और सांसदों से ट्वीट कर ओडिशा की बेटी को वोट देने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट किया., ‘मैं ओडिशा विधानसभा के सभी सदस्यों से अपील करता हूं कि वे पार्टी लाइन से ऊपर उठकर ओडिशा की बेटी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें। उन्हें देश के सर्वोच्च पद पर बिठाने के लिए चुनें।’ इससे पहले मंगलवार शाम को भी उन्होंने ट्वीट कर द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने पर बधाई दी थी। उन्होंने ट्वीट किया था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जब मुझसे द्रौपदी मुर्मू को लेकर बात की थी तो मुझे खुशी हुई थी। यह ओडिशा के लिए गर्व का विषय था।

नवीन पटनायक ने कहा कि मुझे भरोसा है कि द्रौपदी मुर्मू देश में महिला सशक्तीकरण का बड़ा उदाहरण होंगी। बीजेडी नेता की ओर से द्रौपदी मुर्मू के समर्थन के ऐलान ने एनडीए की जीत की राह आसान कर दी है। बीजेडी के समर्थन से मुर्मू के लिए राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करना आसान होगा। राष्ट्रपति इलेक्शन के गणित की बात करें तो कुल मतों का मूल्य 10,79,206 है। एनडीए को इस चुनाव में जीत के लिए आधे से अधिक मत यानी 5 लाख 40 हजार मूल्य के वोट चाहिए। अकेले भाजपा के पास ही 4,59,414 मूल्य के मत हैं। इसके अलावा उसके सहयोगी दल जेडीयू के वोटों का मूल्य 22,485 है और एआईएडीएमके के वोटों की कीमत 15,816 है। इस तरह एनडीए के कुल वोटों का मूल्य 4,97,715 है।

एनडीए के पास सिर्फ 43 हजार मूल्य के वोटों की ही कमी है। बीजेडी की बात करें तो उसके वोटों का मूल्य 31,686 है। वहीं आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस के वोटों की कीमत 43,450 है। उसने भी समर्थन के संकेत दिए हैं। इसके अलावा विपक्ष में बिखराव की स्थिति है, इसलिए एनडीए की जीत होना कठिन नहीं लगता है। दरअसल यह चर्चा भी चल रही है कि भाजपा आदिवासी या फिर अल्पसंख्यक समुदाय के किसी नेता को टिकट दे सकती है, जिसका विरोध करना किसी भी दल के लिए मुश्किल होगा।

वाईएसआर कांग्रेस ने भी दिया समर्थन का संकेत

आंध्र प्रदेश की 175 सदस्यीय विधानसभा में वाईएसआर कांग्रेस के 150 और विधान परिषद में 33 सदस्य हैं। लोकसभा में 25 में से 22 सदस्य और राज्यसभा में 11 में से 6 सदस्य हैं। ऐसे में उसकी ओर से समर्थन मायने रखता है और एनडीए की राष्ट्रपति चुनाव में जीत तय करने वाला है। एनडीए के पास कुल 10.79 लाख वोटों के आधे से थोड़ा कम यानी 5,26,420 है। उसे वाईएसआर कांग्रेस और बीजू जनता दल जैसे दलों एवं निर्दलीयों के सहयोग की जरूरत होगी। राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी एवं महिला श्रेणी में आने वाली श्रीमती मुर्मू के ओडिशा से होने का भी फायदा मिलेगा।

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