चीन ने इस साल तीसरी बार ताइवान में घुसपैठ की है। चीन के 29 लड़ाकू विमान ताइवान के इलाके में दाखिल हो गए जिसके बाद ताइवान ने भी अपने जेट के जरिए उन्हें खदेड़ दिया है।
ताइवान में एक बार फिर चीन ने अपने 29 लड़ाकू विमान भेजे हैं। चीन ताइवान के इलाके को खुद एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन घोषित कर दिया है। ताइवान के इयरस्पेस में चीन के लड़ाकू विमान और एंटी सबमरीन एयरक्राफ्ट उड़ते दिखायी दिए। इस साल चीन की यह तीसरी बार हरकत है जब कि उसने बड़ी संख्या में लड़ाकू विमान ताइवान में भेजे हैं। चीन की यह हरकत पूरे इंटो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए बुरी खबर है।
ताइवान का दावा है कि उसने चीन के विमानों को अपने जेट से खदेड़ दिया है। बता दें कि अमेरिका कई बार आशंका जता चुका है कि चीन ताइवान पर हमला कर सकता है। अमेरिका ने यह भी खुला ऐलान कर दिया है कि अगर ऐसा होता है तो वह ताइवान की मदद के लिए सेना भेजेगा।
लीक हो गया था सीक्रेट प्लान
चीन की एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने दावा किया था कि एक ऑडियो क्लिप में चीन की गुप्त योजना कैद है। उन्होंने 57 मिनट की एक ऑडियो क्लिप जारी की थी और दावा किया था कि इसमें चीन के टॉप सैन्य अधिकारी ताइवान पर हमले की बात कर रहे हैं। इस ऑडियो के सामने आने के बाद चीन ने इस बात से साफ इनकार कर दिया था। बताया जा रहा है कि पहली बार ऐसा हुआ था कि चीन का कोई प्लान इस तरह लीक हो गया था।
लीक ऑडियो में क्या था प्लान
इस ऑडियो के मुताबिक चीन की सेना पर्ल नदी डेल्टा के पास एक सी डिफेंस ब्रिगेड बनाना चाहती थी। इस इलाके को चीनी उद्योग का केंद्र माना जाता है। इस नदी डेल्टा में चीन के कई महत्वपूर्ण शहर हैं। इस ऑडियो में ताइवन जलडमरू मध्य और साउथ चाइना सी के बीच तारतम्य बनाने पर फोकस करने की बात कही जा रही थी।