यह लोग घरवालों से गांव के सचिव का पता भी पूछ रहे थे। जब सरपंच को दूसरे गांव में भी इसी तरह की वारदात की जानकारी मिली तब गांव वालों के बीच इन दोनों घटनाओं को लेकर चर्चा शुरू हो गई।

तो क्या अब नकली नक्सली भी पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हैं? छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के नक्सल प्रभावित गांव में लूटपाट की हुई वारदातों के बाद यह सवाल अब काफी अहम हो चुका है। गांव वालों का कहना है कि लुटेरे काली वर्दी में थे लेकिन वो नकली नक्सली थे। अब पुलिस इन लूटपाट की घटनाओं और फर्जी नक्सलियों को लेकर अपनी गहन छानबीन कर रही है।

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