बांदा जेल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे डीएम और एसपी को 15 मिनट तक जेल के बाहर इंतजार करना पड़ा। इसके बाद जब वह मुख्तार अंसारी की बैरक में पहुंचे तो वहां ऐसे सामान मिले जो जेल मैनुअल में शामिल नहीं हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *