असम में पीपीई किट खरीद को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा में नई तकरार शुरू हो गई है। आप ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि 2020 में स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए हिमंत ने अपनी पत्नी की कंपनी, पत्नी के बिजनेस पार्टनर की कंपनी और अपने बेटे के बिजनेस पार्टनर की कंपनी को पीपीई किट के ठेके अनाप-शनाप कीमतों पर दिए। हिमंत के इस भ्रष्टाचार को ‘द वायर’ और ‘द क्रास करंट’ नामक वेबसाइट ने उजागर किया है।

पीपीई किट खरीद को लेकर आप और भाजपा में छिड़ी तकरार

असम के सीएम ने सिसोदिया के दावों को झूठा बताते हुए कहा कि वे उन पर आपराधिक मानहानि का केस करेंगे। हिमंत ने कहा कि जिस वक्त पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था, तब असम के पास मुश्किल से कोई पीपीई किट थी। मेरी पत्नी ने आगे आने का साहस दिखाया और सरकार को करीब 1,500 पीपीई किट मुफ्त में दिए। उन्होंने एक रुपया तक नहीं लिया। हिमंत ने सिसोदिया से कहा, आधे-अधूरे दस्तावेज मत दिखाइए। सारे तथ्यों को सामने लाने का साहस कीजिए।

आप नेता ने कहा- हिमंत ने पत्नी, बेटे के पार्टनर की कंपनी को दिए ठेके

इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए सिसोदिया ने कहा कि भाजपा के लोग अपने विरोधियों पर भ्रष्टाचार के फर्जी आरोप लगाकर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करते हैं। उन्हें जेल भिजवाते हैं। ऐसे में जब भाजपा के बड़े नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के भ्रष्टाचार को सुबूत के साथ पेश किया गया है, तो क्या भाजपा उन पर कोई कार्रवाई करेगी? क्या उन्हें जेल भेजेगी?सिसोदिया ने बताया कि कोरोना के समय सरमा की पत्नी की कंपनी जेसीबी इंडस्ट्रीज को पीपीई किट के ठेके दिए गए। इस कंपनी का मेडिकल सप्लाई से कोई लेना-देना नहीं था। उस समय बाजार में पीपीई किट की कीमत 600 रुपये थी, जबकि मुख्यमंत्री की पत्नी की कंपनी को 990 रुपये प्रति किट कीमत दी गई।

इतना ही नहीं सरमा के बेटे के बिजनेस पार्टनर की कंपनी जीआरडी फार्मास्यूटिकल और मेडीटाइम हेल्थकेयर को भी प्रति किट 990 रुपये में ठेके दिए गए, जबकि ये दोनों कंपनियां सप्लाई पूरी करने में सफल नहीं हो सकीं। इसके बावजूद इन कंपनियों को और ठेके दिए गए और इस बार एक पीपीई किट की कीमत 1,680 रुपये थी। यह सप्लाई असम के बजाय दिल्ली स्थित असम भवन में करने के लिए कहा गया। इसके बाद दिल्ली से पीपीई किट को असम सरकारी खर्चे पर भेजा गया। सिसोदिया ने कहा कि सीएम की पत्नी के बिजनेस पार्टनर की कंपनी एजाइल एसोसिएट्स को पीपीई किट के यही ठेके 2,205 रुपये प्रति पीपीई किट दिए गए, जो खुला भ्रष्टाचार है।

सिसोदिया के आरोपों पर हिमंत ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि महामारी के वक्त आप नेता ने बिल्कुल दूसरा रूप दिखाया। मैंने दिल्ली में फंसे असम के लोगों की मदद के लिए सिसोदिया को बार-बार फोन किया। पर उन्होंने कुछ नहीं किया, जबकि हमलोग एक-दूसरे को अच्छे से जानते हैं। मैं एक घटना नहीं भूल सकता, जब मुझे असम के एक मृतक की बाडी दिल्ली के मार्चुरी से लेने के लिए सात दिन इंतजार करना पड़ा।

हिमंत ने सिसोदिया से कहा कि उपदेश देना बंद करें। अब आपको गुवाहाटी में आपराधिक मानहानि का सामना करना होगा। असम सरकार ने भी भ्रष्टाचार की खबरों को गलत बताया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता और जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि पीपीई किट की आपूर्ति में कोई घोटाला नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री के परिवार का कोई सदस्य महामारी से संबंधित किसी भी सामग्री की आपूर्ति में शामिल नहीं था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *