छत्तीसगढ़ में फिर कोरोना मरीज बढ़ने लगे है । हर रोज कोरोना मरीज की मौत हो रही है दूसरी लहर के बाद जिस बस्तर क्षेत्र से सबसे अधिक नए मामले रिपोर्ट हो रहे थे, अब वहां मरीज कम हो रहे हैं। लेकिन रायपुर, बिलासपुर, बलौदाबाजार जैसे जिलों में नए मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जांजगीर-चांपा में तो लगभग हर रोज मरीजों की मौत भी हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग की देर रात जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को दिन भर में कोरोना के 31 हजार 77 नमूनों की जांच हुई है। इस बीच 188 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रदेश में सबसे अधिक 22 संक्रमित जांजगीर-चांपा जिले में सामने आए हैं। उसके बाद बिलासपुर में 18 और रायपुर में 15 मरीज मिले। बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में भी 13 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इन मैदानी जिलों की तुलना में बस्तर जिले में 11, सुकमा में 8 और बीजापुर में 2 नए मरीज मिले हैं। कुछ अरसा पहले तक इन तीन जिलों में सर्वाधिक संक्रमित मिल रहे थे।
एक दिन पहले के आंकड़ों से तुलना करें तो स्थिति थोड़ी और साफ होगी। मंगलवार की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में सर्वाधिक संक्रमित जिलों में से अधिकतर बस्तर संभाग के ही थे। प्रदेश के सबसे अधिक 21 मरीज बीजापुर जिले में मिले थे। बस्तर में नए मरीजों की संख्या 20 रही है। कांकेर में 13 और दंतेवाड़ा में 10 नए मरीज मिले। सबसे अधिक संक्रमित मरीजों वाले सुकमा में मंगलवार को केवल 7 नए मरीज मिले। बस्तर के बाहर रायपुर में सबसे अधिक 18 मरीज मिले हैं। उसके बाद जशपुर में 13, महासमुंद में 10 और दुर्ग जिले में 9 नए मरीजों की पुष्टि हुई थी। जांजगीर-चांपा में भी केवल 7 मरीज मिले थे।
बुधवार कीे रिपोर्ट में बिलासपुर जिले के आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता को बढ़ा दिया है। कुछ दिन पहले तक वहां की स्थिति काफी नियंत्रित दिख रही थी। मंगलवार को बिलासपुर में केवल 3 नए मामले सामने आए थे। बुधवार को वहां 18 मरीज हो गए। इससे पहले 19 जुलाई को 9, 18 जुलाई को 6 और 17 जुलाई को 15 मरीज मिले थे।प्रदेश में बुधवार को 2 मरीजों की कोरोना की वजह से मौत हुई है। दोनों मामले जांजगीर-चांपा जिले से आए हैं। चिंताजनक यह है कि मृत्यु दर काफी घट जाने के बाद भी जांजगीर-चांपा जिले में मरीजों की मौत रोज ही हो रही है।18, 19 और 20 जुलाई को भी यहां एक-एक मरीज की मौत हुई थी। 17 जुलाई को दो मरीजों की मौत हुई। जुलाई के इन 21 दिनों में जांजगीर-चांपा जिले से ही 14 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि इस दौरान प्रदेश भर में मरने वालों की संख्या 67 है।