परीक्षा नियंत्रक ने 17 और 31 मई को भी ईमेल भेजे। प्राचार्य से कहा गया कि इंटरनरल परीक्षाओं में सिलेबस और अंकों के नियम का उल्लंघन हुआ।
Uttarakhand B.Ed Result 2022: एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विवि ने डीडब्ल्यूटी कॉलेज की बीएड की 45 छात्राओं का पहले और दूसरे सेमेस्टर का रिजल्ट अभी तक जारी नहीं किया है। जबकि, ये छात्राएं अब फाइनल सेमेस्टर में हैं। पहले सेमेस्टर का रिजल्ट न आने से ये छात्राएं टीईटी सहित तमाम परीक्षाओं के लिए आवेदन नहीं कर पा रही हैं।
कोरोना महामारी के चलते डीडब्ल्यूटी में बीएड के पहले-दूसरे सेमेस्टर की मुख्य परीक्षाएं नहीं हो पाईं। गढ़वाल विवि को इंटरनल अंकों के आधार पर सत्र 2020-22 की 45 छात्राओं का रिजल्ट जारी करना था। दिसंबर 2021 में इंटरनल कराकर फरवरी में ही कॉलेज की ओर से अंक और उत्तर पुस्तिकाएं विवि को भेज दी गईं। लेकिन, रिजल्ट नहीं जारी हुआ। इस बीच, परीक्षा नियंत्रक प्रो. एएस रावत ने 18 अप्रैल को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बिना नंबर देने की बात कहते हुए कॉलेज से जवाब मांगा। 29 अप्रैल को प्राचार्य प्रो. आरती दीक्षित ने जवाब दिया कि मूल्यांकन सही तरीके से किया गया।
परीक्षा नियंत्रक ने 17 और 31 मई को भी ईमेल भेजे। प्राचार्य से कहा गया कि इंटरनरल परीक्षाओं में सिलेबस और अंकों के नियम का उल्लंघन हुआ। इसके जवाब में प्राचार्य ने 31 मई को ईमेल भेजकर कहा कि बीएड इंटरनल के लिए अंक और सिलेबस का कोई नियम नहीं है। यह सिर्फ एकेडमिक कोर्स के लिए है और बीएड प्रोफेशनल कोर्स है। इधर, पिछले दो माह से परीक्षा नियंत्रक और प्राचार्य के बीच विवाद के कारण छात्राओं का रिजल्ट अटका हुआ है। इस मामले में प्राचार्य ने वीसी से भी शिकायत की है।
परीक्षा परिणाम को लेकर अधिकारियों का तर्क
पिछले दो महीने से परीक्षा नियंत्रक बेवजह इस मामले को उलझा रहे हैं। जबकि, उनकी सारी आपत्तियों के जवाब दिए जा चुके हैं। मूल कॉपियां भी भिजवा दी गई हैं। लेकिन, वे छात्राओं का रिजल्ट निकालने की बजाय लगातार पत्राचार कर इसे लटका रहे हैं। अब छात्राओं ने भी ज्ञापन देकर आंदोलन की चेतावनी दी है।
कॉलेज की ओर से इंटरनल परीक्षाओं में कई तरह की खामियां हैं। इस कारण इंटरनल अंकों के आधार पर रिजल्ट जारी नहीं किया जा सकता। इस बारे में कई बार कॉलेज को पत्र और ईमेल भेजकर बताया जा चुका है। वे खामियां दूर करेंगे तो ही रिजल्ट जारी किया जा सकेगा।