27 मई को शुरू होने की थी भविष्यवाणी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ” दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 1 जून की शुरुआत की सामान्य तारीख के मुकाबले रविवार, 29 मई को केरल में प्रवेश किया है.” इससे पहले, आईएमडी ने 15 दिन पहले बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात आसनी के अवशेषों की मदद से 27 मई को केरल में शुरुआत की भविष्यवाणी की थी.
पूर्वानुमान में चार दिनों की मॉडल त्रुटि थी. हालांकि, शेष मौसम प्रणालियों का प्रभाव जो दक्षिणी प्रायद्वीप पर बना रहा, वो कम हो गया. बता दें कि आईएमडी की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया था कि केरल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की शुरुआत के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं. आगे के लिए भी स्थितियां अनुकूल हैं. दक्षिण पश्चिम मॉनसून अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ रहा है.
इन जगहों पर बारिश होने की संभावना
बुलेटिन के अनुसार पश्चिम बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पूर्वी भारत तक पश्चिमी हवाओं और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ का प्रभाव बना हुआ है. जिसके तहत पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. साथ ही बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अलग-अलग जगह गरज के साथ छिटपुट वर्षा हो सकती है.
अगले पांच दिनों में यहां हो सकती है बारिश –
- 30 और 31 मई को उप-हिमालयी क्षेत्र, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी वर्षा की संभावना है.
- 29 मई से 01 जून के दौरान असम-मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश की संभावना है.
- केरल और लक्षद्वीप में गरज / बिजली के साथ व्यापक रूप से हल्की / मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
- अगले 5 दिनों के दौरान आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में छिटपुट भारी वर्षा की संभावना है.
- इसके अतिरिक्त कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में अगले 5 दिनों के दौरान हल्की/मध्यम वर्षा की संभावना है. वहीं, अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में बारिश हो सकती है.
- जबकि 29 मई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग जगह ओलावृष्टि की संभावना है. अगले 5 दिनों के दौरान देश में हीट वेव की स्थिति की संभावना नहीं है.