इन्फोसिस (Infosys) के सीईओ सलिल पारेख (Salil Parekh) की सैलरी में 88 फीसदी का जबरदस्त इजाफा हुआ है। कंपनी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक उनकी सैलरी 42 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 79 करोड़ रुपये कर दी गई है। इसके साथ ही पारेख देश में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाली एग्जीक्यूटिव्स में शामिल हो गए हैं।
नई दिल्ली: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस (Infosys) के सीईओ सलिल पारेख (Salil Parekh) की सैलरी में 88 फीसदी का इजाफा हुआ है। कंपनी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक उनकी सैलरी 42 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 79 करोड़ रुपये कर दी गई है। इसके साथ ही पारेख देश में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाली एग्जीक्यूटिव्स में शामिल हो गए हैं। कंपनी का कहना है कि सलिल पारेख की अगुवाई में कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है। पारेख को इसका इनाम दिया गया है। उनके नए वेतन में परफॉरमेंस बेस्ड कंपनसेशन 77 फीसदी से बढ़कर 86 फीसदी हो जाएगा। पारेख 2018 में कंपनी से जुड़े थे।
फाइनेंशियल ईयर 2018 में कंपनी का रेवेन्यू 70,522 करोड़ रुपये था जो फाइनेंशियल ईयर 2022 में 1,21,641 करोड़ रुपये पहुंच गया।इस बढ़ोतरी के साथ पारेख की सैलरी देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस (TCS) के सीईओ राजेश गोपीनाथन से भी ज्यादा हो गई है। गोपीनाथन की सैलरी फाइनेंशियल ईयर 2022 में लगभग 26.6 फीसदी बढ़कर 25.77 करोड़ रुपये की गई थी। पारेख को आईटी इंडस्ट्री में 30 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने जनवरी 2018 में इन्फोसिस मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ का पद संभाला था। उससे पहले वह 25 साल तक कैपजेमिनी में काम कर चुके थे।
फाइनेंशियल ईयर 2018 में कंपनी का रेवेन्यू 70,522 करोड़ रुपये था जो फाइनेंशियल ईयर 2022 में 1,21,641 करोड़ रुपये पहुंच गया।इस बढ़ोतरी के साथ पारेख की सैलरी देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस (TCS) के सीईओ राजेश गोपीनाथन से भी ज्यादा हो गई है। गोपीनाथन की सैलरी फाइनेंशियल ईयर 2022 में लगभग 26.6 फीसदी बढ़कर 25.77 करोड़ रुपये की गई थी। पारेख को आईटी इंडस्ट्री में 30 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने जनवरी 2018 में इन्फोसिस मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ का पद संभाला था। उससे पहले वह 25 साल तक कैपजेमिनी में काम कर चुके थे।
पिछले साल कितना मिला पैकेज
फाइनेंशियल ईयर 2022 में पारेख को कुल 71.02 करोड़ रुपये का पैकेज मिला था जो उससे पिछले साल के मुकाबले 43 फीसदी ज्यादा है। इस दौरान उन्हें बेस सैलरी के रूप में 5.69 करोड़ रुपये, रिटायरमेंट बेनिफिट्स के रूप में 38 लाख रुपये, टोटल फिक्स्ड सैलरी के रूप में 6.07 करोड़ और वेरिएबल पे के रूप में 12.62 करोड़ रुपये मिले। साथ ही इसमें 52.33 करोड़ रुपये का स्टॉक ऑप्शंस शामिल था।हाल ही में इन्फोसिस ने पारेख के कार्यकाल को और पांच साल बढ़ाने की घोषणा की थी। पारेख की दोबारा नियुक्ति एक जुलाई 2022 से लेकर 31 मार्च 2027 तक के लिए की गई है। कंपनी की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि सलिल पारेख के नेतृत्व में कंपनी का कुल शेयरहोल्डर रिटर्न 314 फीसदी रहा है। यह आईटी कंपनियों में सबसे ज्यादा है। उनकी लीडरशिप में प्रॉफिट ग्रोथ वित्त वर्ष 2018 में 16029 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2022 में 22110 करोड़ रुपये हो गया।
फाइनेंशियल ईयर 2022 में पारेख को कुल 71.02 करोड़ रुपये का पैकेज मिला था जो उससे पिछले साल के मुकाबले 43 फीसदी ज्यादा है। इस दौरान उन्हें बेस सैलरी के रूप में 5.69 करोड़ रुपये, रिटायरमेंट बेनिफिट्स के रूप में 38 लाख रुपये, टोटल फिक्स्ड सैलरी के रूप में 6.07 करोड़ और वेरिएबल पे के रूप में 12.62 करोड़ रुपये मिले। साथ ही इसमें 52.33 करोड़ रुपये का स्टॉक ऑप्शंस शामिल था।हाल ही में इन्फोसिस ने पारेख के कार्यकाल को और पांच साल बढ़ाने की घोषणा की थी। पारेख की दोबारा नियुक्ति एक जुलाई 2022 से लेकर 31 मार्च 2027 तक के लिए की गई है। कंपनी की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि सलिल पारेख के नेतृत्व में कंपनी का कुल शेयरहोल्डर रिटर्न 314 फीसदी रहा है। यह आईटी कंपनियों में सबसे ज्यादा है। उनकी लीडरशिप में प्रॉफिट ग्रोथ वित्त वर्ष 2018 में 16029 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2022 में 22110 करोड़ रुपये हो गया।