सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ डेविड वॉर्नर 92 रन पर खेल रहे थे और आखिरी ओवर में स्ट्राइक रोवमैन पॉवेल के पास थी। पॉवेल ने जब वॉर्नर को स्ट्राइक देने की बात की तो इस बैटर ने अपने जवाब से दिल जीत लिया।
डेविड वॉर्नर 52 गेंद पर 92 रन बनाकर खेल रहे थे और दिल्ली कैपिटल्स की पारी का आखिरी ओवर बचा था। आखिरी ओवर सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से उमरान मलिक करने आए, और स्ट्राइक पर थे रोवमैन पॉवेल। पॉवेल उस समय 49 रनों पर खेल रहे थे, उन्होंने नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े वॉर्नर से जाकर कहा कि आप चाहें तो मैं आपको स्ट्राइक दे देता हूं और आप अपनी सेंचुरी पूरी कर लीजिए। इस पर वॉर्नर ने उन्हें क्रिकेट का एक बड़ा ज्ञान दिया। वॉर्नर ने पॉवेल ही नहीं बल्कि मौजूदा और आने वाली जनरेशन के क्रिकेटरों को भी क्रिकेट की एक बड़ी सीख दे डाली है।
पॉवेल ने अंतिम ओवर को लेकर वॉर्नर से बातचीत के बारे में कहा, ‘ओवर के शुरू में मैंने उनसे कहा कि क्या आप चाहते हो कि मैं एक रन लूं जिससे आप सेंचुरी पूरी कर सको। उन्होंने कहा, सुनो क्रिकेट ऐसे नहीं खेला जाता है। आपको अधिक से अधिक लंबे शॉट खेलने की कोशिश करनी चाहिए और मैंने ऐसा किया। वह अपनी सेंचुरी के लिए बिल्कुल भी परेशान नहीं थे।’
वॉर्नर ने इसके साथ ही बताया कि क्रिकेट ऐसा खेल है, जो हमेशा टीम भावना से खेला जाना चाहिए। क्रिकेट में अपने निजी माइलस्टोन के बारे में नहीं सोचते हुए टीम के लिए सोचना चाहिए। वॉर्नर का यह ज्ञान हर पीढ़ी के क्रिकेटर के लिए जरूरी है।