नई दिल्‍ली: स्‍कूलों में कोरोना केस बढ़ते देख सरकार ने बच्‍चों के लिए तीन-तीन वैक्‍सीन को इमरजेंसी अप्रूवल दिया है। 6 से 12 साल के बच्‍चों के लिए कोवैक्‍सीन को मंजूरी दे दी गई है। अभी कोवैक्सिन वयस्कों के अलावा 15 से 18 साल के आयुवर्ग में ही दी जा रही है। वहीं, 5 से 12 साल के बच्‍चों के लिए कॉर्बेवैक्‍स को अप्रूवल मिला है। 12 साल से ज्‍यादा उम्र वाले बच्‍चों के लिए ZyCovD को मंजूरी मिली है। सूत्रों के अनुसार, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने मंगलवार को यह अप्रूवल दिए। तीनों वैक्‍सीन को मंजूरी आपातकालीन इस्‍तेमाल के लिए दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, DCGI ने भारत बायोटेक से कहा है कि पहले दो महीने तक हर 15 दिन में सेफ्टी डेटा सबमिट करे। इसके बाद 5 महीनों तक सेफ्टी डेटा देना होगा।

दो और वैक्‍सीन को अप्रूवल
DCGI ने 12 साल से ज्‍यादा उम्र के बच्‍चों के लिए जायडस कैडिला की ZyCovD को मंजूरी दी है। न्‍यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। वहीं 5 से 12 साल उम्र वाले बच्‍चों के लिए कॉर्बेवैक्‍स के इमरजेंसी यूज को अप्रूव किया गया है।

Corbevax केबारे में सबकुछ जानिए

  • Corbevax को बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन और बायोलॉजिकल ई ने मिलकर डिवेलप किया है। भारत में बायोलॉजिकल ई ही इसका उत्‍पादन करेगी।
  • इस वैक्‍सीन की एफेकसी 80%-90% के बीच है।
  • मंगलवार को बेलर कॉलेज के प्रफेसर पीटर होटेज ने कहा कि 15 करोड़ डोज का स्‍टॉक उपलब्‍ध है।

ZyCov-D भारत ही नहीं, दुनिया की भी पहली डीएनए बेस्ड कोरोना वैक्सीन है। इसके अलावा इसका कोर्स 3 डोज का है जबकि ज्यादातर कोरोना वैक्सीन दो डोज वाली हैं। इसे एक खास डिवाइस के जरिए लगाया जाएगा। जायडस कैडिला का दावा है कि इस मेथड से वैक्सीन लगने की वजह से दर्द नहीं होगा। कंपनी का तो यहां तक दावा है कि इससे वैक्सीन के साइड इफेक्ट भी कम हैं।

2,483 नए केस, 1300 से ज्यादा मौतें लेकिन ज्यादातर पुरानीं
देश में कोरोना के जितने केस आ रहे हैं, उनमें से करीब-करीब आधे केस दिल्ली से रिपोर्ट किए जा रहे हैं। 24 घंटे में 41 प्रतिशत केस दिल्ली से हैं। मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,483 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें से 1,011 केस दिल्ली से हैं। देशभर में 1,970 मरीज रिकवर हुए हैं और संक्रमण दर 0.55 प्रतिशत रही है। मौतों की संख्या डरा सकती है क्योंकि नए आंकड़े में 1,399 मौतों की जानकारी सामने आई है लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 24 घंटे में सिर्फ पांच लोगों की मौत हुई है, बाकी 1,347 पुरानी मौतें असम से और 47 मौतें केरल से जोड़ी गई हैं। असम ने 1,347 पुरानी मौतों का अपडेट केंद्र तक पहले नहीं पहुंचाया था जिसे अब जोड़ा गया है। 24 घंटे में यहां कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है।

दिल्ली की बात करें तो यहां नए केस तीन-चार दिन से एक हजार के आसपास आ रहे हैं। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों में भी ज्यादा वृद्धि दर्ज नहीं की गई है। यही वजह है कि दिल्ली में इस वक्त सबसे ज्यादा केस आने के बाद भी किसी तरह की पाबंदी नहीं लगाई गई है। हालांकि दिल्ली में अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 121 हो गई है जिसमें से 90 मरीज कोरोना संक्रमित हैं और 31 मरीज संदिग्ध। अब अस्पतालों में 1.29 प्रतिशत बेड भर चुके हैं लेकिन सरकार का कहना है कि इनमें से कुछ ही मरीज सीधे कोविड से भर्ती हुए हैं, बाकी सभी अन्य बीमारियों के कारण अस्पताल पहुंचे हैं। आईसीयू में मरीजों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। राजधानी में इस वक्त एक्टिव केस की संख्या 4,168 पर पहुंच गई है।

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