AC-Economy Coach: नए एसी कोच तैयार कर ट्रेन में लगाने की शुरुआत हो चुकी है. वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 806 कोच तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. इन कोच का किराया काफी कम रखा जा सकता है.
अब रेल यात्रियों को AC क्लास में सफर करने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं होगी. भारतीय रेलवे जल्द ही नए एसी ‘इकोनॉमी’ क्लास कोच को शुरू करने वाला है.
सस्ते में लीजिए AC कोच का मजा
सस्ते में अबतक भारतीय रेल ने एसी ‘इकोनॉमी’ क्लास के लिए डिजाइन किए गए 27 कोच को रेलवे के अलग अलग जोन में इस्तेमाल करने के लिए बांट दिया है. इन नए एसी-इकोनॉमी कोचों में पश्चिमी रेलवे क्षेत्र के तहत दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनें और देश के कई हिस्सों से आने वाली दूसरी ट्रेनें होंगी. इन कोचों में 72 बर्थ के बजाय 83 बर्थ होंगे, जैसा कि एसी -3 टियर कोचों में होता है.
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किरायों को लेकर अभी फैसला नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स में छपी खबरों के मुताबिक फिलहाल रेलवे बोर्ड इस क्लास का किराया तय करने की प्रक्रिया में है. भारतीय रेलवे का मानना है कि किराया उन यात्रियों की पहुंच के भीतर रखा जाना चाहिए जो आमतौर पर नॉन-एसी ‘स्लीपर’ श्रेणी के टिकट खरीदते हैं. हालांकि एक तर्क ये भी दिया जा रहा है कि AC-Economy क्लास का किराया AC-3 टियर क्लास के आसपास होना चाहिए. अधिकारियों के मुताबिक इसे लेकर मामला मई से ही टंगा हुआ है.
सरकार जल्द किराया तय करेगी
रेलवे मंत्रालय AC-Economy क्लास के किराये को लेकर जल्द ही कोई फैसला कर सकता है. नया एसी-इकोनॉमी क्लास, डिज़ाइन, गैर-एसी स्लीपर क्लास से अपग्रेड माना जाता है और लगभग भारतीय रेलवे एसी -3 टियर क्लास के बराबर होता है, जिसमें अतिरिक्त बर्थ के लिए एक अतिरिक्त टुकड़ा जोड़ा जाता है. इस बीच, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रिजर्वेशन पेपरवर्क में नए एसी इकोनॉमी क्लास को ‘3E’ क्लास के रूप में नामित करने के लिए आंतरिक रूप से संदेश भेजे गए हैं.
योजना के तहत कुछ कोच तैयार कर ट्रेन में लगाने की शुरुआत हो चुकी है. अब वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 806 कोच तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में 344, रेल कोच फैक्ट्री में 177 और मॉडर्न कोच फैक्ट्री में 285 कोच बनाए जा रहे हैं. मार्च 2022 तक सभी कोच ट्रेनों में लगा दिए जाएंगे. इसके अलावा बोर्ड से मंजूरी के बाद और भी इकोनॉमी एसी कोच बनाए जाएंगे.