अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की सदस्य इलहान उमर ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर का दौरा किया है. ये दौरा ख़ूब सुर्खियों में है. भारत ने इलहान उमर की इस यात्रा की निंदा की है.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसे भारतीय क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन बताया है. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, उन्होंने कहा, “उन्होंने जम्मू-कश्मीर के एक ऐसे हिस्से का दौरा किया है, जिसपर वर्तमान में पाकिस्तान का अवैध क़ब्ज़ा है. अगर कोई राजनेता अपनी संकीर्ण मानसिकता की राजनीति करना चाहती हैं तो ये उनका काम हो सकता है लेकिन हमारी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है.”

इससे पहले अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की सदस्य इलहान उमर पाकिस्तान के पांच दिवसीय आधिकारिक दौरे पर आज इस्लामाबाद पहुंचीं. इस्लामाबाद एयरपोर्ट पहुंचने पर पकिस्तान विदेश कार्यालय में अमेरिकी मामलों के महानिदेशक मलिक मुदस्सिर टीपू ने उनका स्वागत किया. इलहान उमर ने प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़, राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान और अन्य सरकारी नेताओं से भी मुलाक़ात की है.

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बीबीसी को बताया है कि वे 20 से 24 अप्रैल तक पाकिस्तान के दौरे पर रहेंगी. इस यात्रा के दौरान उमर विभिन्न सरकारी पदाधिकारियों के साथ-साथ राजनेताओं से भी मुलाक़ात करेंगी.

पाकिस्तान पहुंचने के बाद इलहान उमर ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के राष्ट्रपति सुल्तान महमूद चौधरी के साथ प्रेस कॉन्फ्ऱेंस के दौरान मानवाधिकार का मुद्दा भी उठाया.उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसपर कांग्रेस के अंदर और बाइडन प्रशासन में उतनी बात हो रही है, जितनी ज़रूरत है. इस यात्रा से मेरी उम्मीद ये है कि अब मानवाधिकार और इसके लिए काम करने वालों पर ज़्यादा चर्चा होगी. कश्मीर का सवाल भी इसमें शामिल होगा.”

अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य एक ऐसे समय में पाकिस्तान का दौरा कर रही हैं जब पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान और उनके समर्थक अमेरिका पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) की सरकार को गिराने की साज़िश रचने का आरोप लगा चुके हैं.

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