मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. उन्होंने महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह कोल्हापुर में आगामी विधानसभा उपचुनाव (Kolhapur Assembly By Election) में मतदाताओं को रिश्वत देने के लिए धन के कथित हस्तांतरण की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय को लेटर लिखेंगे.

सीएम उद्धव ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि, अगर बीजेपी घर-घर ईडी भेजेगी तो लोगों को विद्रोह करना पड़ेगा. पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में शिवसेना ने हैरानी जताते हुए पूछा कि क्या ईडी को उन राज्यों के मतदाताओं की जांच करनी चाहिए जहां से बीजेपी ने हाल ही में चुनाव जीता. शिवसेना ने प्रवर्तन निदेशालय और भाजपा को पणजी और सखल (सांकेलिम) सीट से जांच शुरू करने की चुनौती दी. जहां से बीजेपी विधायक अतानासियो मोनसेरेट और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत चुनाव जीते हैं.

शिवसेना ने कहा कि, “चंद्रकांत पाटिल के पास ईडी द्वारा मतदाताओं की जांच कराने की अच्छी योजना है. अगर ‘हर हर मोदी, घर घर मोदी’ के नारे को ‘हर हर ईडी, घर घर ईडी’ के साथ जोड़ा जाता है तो फिर जनता को विद्रोह करना होगा.”

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि, बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का यह बयान मतदाताओं को भ्रष्ट करार देने जैसा है और कोल्हापुर के लोगों का अपमान है. यहां की जनता प्रगतिशील दृष्टिकोण के लिए जानी जाती है.

बता दें कि कोल्हापुर उत्तर विधानसभा सीट पर 12 अप्रैल को उपचुनाव होना है. पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस विधायक चंद्रकांत जाधव के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी. यहां से बीजेपी ने सत्यजीत कदम को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने चंद्रकांत जाधव की पत्नी जयाश्री जाधव को उम्मीदवार बनाया है.

उद्धव ठाकरे का यह प्रतिक्रिया उस समय आई है जब प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को शिवसेना सांसद और सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत से जुड़ी संपत्तियों को सीज कर दिया है. इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसियों ने उद्धव ठाकरे सरकार के दो मंत्री अनिल देशमुख और नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर चुकी है.

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