इस साल 1 अप्रैल से New Wage Code लागू करने की तैयारी थी, लेकिन इसे टाल दिया गया. कुछ राज्य इसे लागू करने को लेकर अभी तैयार नहीं हैं. लेकिन अब इसे अक्टूबर में लागू किया जा सकता है. जब नया Wage Code लागू होगा तो कर्मचारियों के सैलरी स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. लेकिन ये बदलाव हर कर्मचारी के लिए अलग अलग होगा.

भत्तों में कटौती करेंगी कंपनियां?

आपको बता दें कि किसी कर्मचारी के CTC में कई तरह के कंपोनेंट होते हैं. जैसे- बेसिक सैलरी, हाउस रेंट अलाउंस (HRA), रिटायरमेंट बेनेफिट्स PF और ग्रेच्युटी और कुछ टैक्स फ्रेंडली भत्ते जैसे- LTC और एंटरटेनमेंट भत्ते. अब जब नया वेज कोड लागू होगा तो कंपनियों को नए सिरे से पूरा सैलरी स्ट्रक्चर डिजाइन करना होगा. जिसमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि CTC में शामिल ये सभी भत्ते 50 परसेंट से ज्यादा नहीं होने पाएं, क्योंकि बाकी 50 परसेंट सिर्फ बेसिक सैलरी का होगा. ऐसे में कंपनियों को कुछ भत्तों में कटौती करनी पड़ सकती है, जो कि थोड़ा ज्यादा होंगे.

हालांकि नया वेज कोड लागू होने का असर सभी कर्मचारियों पर पड़ेगा. क्योंकि उनके रिटायरमेंट बेनेफिट्स बढ़ेंगे और उनकी मंथली टेक होम सैलरी में कटौती होगी. इसमें ध्यान देने वाली ये है कि ऐसे कर्मचारी जिनकी सैलरी कम है, उनकी टेक होम सैलरी पर ज्यादा असर नहीं होगा, जबकि ऊंची सैलरी वालों को ज्यादा झटका लगेगा. क्योंकि कम सैलरी वालों के मुकाबले इन्हें ज्यादा भत्ते भी मिलते हैं. कंपनियों ऊंची सैलरी वालों के भत्तों में कटौती करेंगी, ताकि 50 परसेंट की लिमिट में समेटा जा सके. ऊंची सैलरी वालों का PF योगदान भी ज्यादा कटेगा और ग्रेच्युटी भी ज्यादा कटेगी. जिसके चलते उनकी टेक होम सैलरी काफी कम हो जाएगी.

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