किसी भी परिवार के लिए विवाह एक खुशी का अवसर होता है। जहां लोग परिवारिक विवाह में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रखना चाहते लेकिन निम्नवर्गीय परिवारों के लिए कन्या का विवाह करना एक बड़ी चिंता होती है। जहां आर्थिक स्थिति सही न होने के कारण कई गरीब कन्याओं का विवाह रूका रहता है या अन्य लोगों से वित्तीय सहायता लेकर विवाह के खर्च किये जाते हैं। जिसकी भरपाई कन्या का परिवार कई सालों तक करता रहता है। लेकिन अब मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से निम्नवर्गीय परिवारों की समस्याएं दूर हुई है। जिले के दन्तेवाड़ा विकासखण्ड के ग्राम बालपेट निवासी श्री सुखधर ने बताया कि आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण मैं शादी नहीं करवा पा रहा था। इसी दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से जानकारी हुई कि मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना के तहत पंजीयन कराने पर सरकार द्वारा विवाह संपन्न कराये जाते हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में विवाह करने के लिए राजी हो गये। आज निलधर और दशरती शादी के बंधन में बंधकर प्रसन्न है और मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को धन्यवाद देते है। ऐसे ही बचेली के सरीता और मोसा, अंजली और धनपति, आंचल और प्रकाश आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से परिणय सूत्र में बंधे और खुशी जाहिर करते हुए शासन और प्रशासन को धन्यवाद दिया। उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा निम्नवर्गीय परिवारों के बेटियों के विवाह में होने वाली आर्थिक परेशानियों एवं अनावश्यक खर्चो को रोकने तथा सादगीपूर्ण विवाहों को बढ़ावा देने, सामाजिक स्थिति में सुधार लाने, सामूहिक विवाहों को प्रोत्साहित करने तथा विवाह में दहेज के लेनदेन और बाल विवाह की रोकथाम के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का संचालन किया जा रहा है। जिसमें विवाह तथा उसके पश्चात उपहार स्वरूप 25 हजार रूपये की गृहस्थी के सामान भी दिये जाते है।