थायरॉइड की बीमारी एक बड़ी जनसंख्या को अपनी चपेट में ले चुकी है। हालांकि आमतौर पर इसे महिलाओं की बीमारी माना जाता है। लेकिन यह दिक्कत पुरुषों को नहीं होती, ऐसा मानना सही नहीं है। थाइरॉयड की बीमारी को ही हाइपोथायरॉइडिज़म के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सामान्य डिसऑर्डर है, जिससे घबराने की नहीं बल्कि सही समय पर इसका इलाज कराने की जरूरत होती है।कई बार थायरॉइड के कुछ पेशंट्स में डिप्रेशन, एंग्जाइटी, मेमॉरी लॉस या दूसरे मेंटल डिसऑडर्स देखने को मिलते हैं। इस दौरान व्यक्ति अकेलपन, सुस्ती और भावनात्मक रूप से खुद को बहुत कमजोर महसूस करता है। साथ ही वह डेली रुटीन से जुड़ी चीजों को याद रखने में भी परेशानी महसूस कर सकता है। कुछ घरेलू उपाय से थाइरॉयड की बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है तो आइये देखते है –
मुलेठी से थायरॉइड का इलाज
मुलेठी का सेवन करें। मुलेठी में पाया जाने वाला प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड थायरॉइड कैंसर सेल्स (Thyroid Cancer Cells) को बढ़ने से रोकता है।
अश्वगंधा चूर्ण के सेवन से थायरॉइड का इलाज
रात को सोते समय एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ लें। इसकी पत्तियों या जड़ को भी पानी में उबालकर पी सकते हैं। अश्वगंधा हार्मोन्स के असंतुलन को दूर करता है।
थायरॉइड का घरेलू उपचार तुलसी से
दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिला कर सेवन करें। इससे थायरॉइड रोग ठीक होता है।
थायरॉइड का घरेलू इलाज हरी धनिया से
हरी धनिया को पीसकर एक गिलास पानी में घोल कर पिएं। इससे थायरॉइड रोग से आराम मिलेगा।
त्रिफला चूर्ण से थायरॉइड से लाभ
प्रतिदिन एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करें। यह बहुत फायदेमंद होता है।
हल्दी और दूध से थायरॉइड की बीमारी का इलाज
प्रतिदिन दूध में हल्दी पका कर पीने से भी थायराइड का उपचार होता है।
लौकी के उपयोग से थायरॉइड में फायदा
खाली पेट लौकी का जूस पीने से थायराइड रोग में उत्तम काम करता है। यह रोग को शांत करता है।
काली मिर्च के सेवन से थायरॉइड का उपचार
थायराइड के घरेलू उपचार (thyroid ka gharelu ilaj) में नियमित रूप से भोजन में थोड़ी मात्रा में काली मिर्च का सेवन करें।
थायरॉइड के इलाज में उपयोगी है शिग्रु पत्र, कांचनार और पुनर्नवा का काढ़ा
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार कांचनार, शिग्रु पत्र और पुनर्नवा इन सभी हर्ब में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है जो थायरॉइड की सूजन में आराम देती है. इसलिए अगर आप थायरॉइड से परेशान हैं तो कांचनार, शिग्रु पत्र और पुनर्नवा के काढ़े का उपयोग कर सकते हैं
थायरॉइड की समस्या में आराम पहुंचाता है अलसी का चूर्ण
अलसी के चूर्ण का उपयोग थायरॉइड की समस्या में आराम पहुंचाता है क्योंकि अलसी में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा -3 पाया जाता है। ओमेगा-3 थायरॉइड के कार्य को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए थायरॉइड के रोगियों को नियमित रूप से अलसी के चूर्ण का उपयोग करना चाहिए।
थायरॉइड के इलाज में सहायक है नारियल का तेल
नारियल के तेल का उपयोग थायरॉइड की क्रिया शीलता को बनाये रखने में मदद करता है। इसलिए थायरॉइड के रोगियों को कुकिंग ऑयल के रूप में नारियल तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।